भारत की ५ ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की राह: चुनौतियाँ और अवसर-

Started by Atul Kaviraje, August 17, 2025, 11:55:20 AM

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Atul Kaviraje

भारत की ५ ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की राह: चुनौतियाँ और अवसर-

हिंदी कविता: 5 ट्रिलियन डॉलर का सपना-

(१) भारत का सपना है बहुत बड़ा
भारत का सपना है बहुत बड़ा, 5 ट्रिलियन का लक्ष्य है खड़ा।
हर कदम पर है एक नई आशा, हर दिल में है एक नई भाषा।
प्रगति की राह पर हम सब चले, मिलकर भारत को आगे बढ़ाएँ।
भारत का सपना है बहुत बड़ा, 5 ट्रिलियन का लक्ष्य है खड़ा।
(अर्थ: इस चरण में भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य और देश की सामूहिक भावना का वर्णन है।)

(२) चुनौतियाँ हैं कई राहों में
चुनौतियाँ हैं कई राहों में, पर हौसले हमारे कम नहीं हैं।
बुनियादी ढाँचा मजबूत करें, हम पीछे नहीं हटेंगे।
सड़कें, पुल, बिजली की रफ्तार, विकास की कहानी कहती हैं।
चुनौतियाँ हैं कई राहों में, पर हौसले हमारे कम नहीं हैं।
(अर्थ: यह चरण लक्ष्य को प्राप्त करने में आने वाली चुनौतियों और ढांचागत विकास के महत्व पर जोर देता है।)

(३) शिक्षा और कौशल की ज्योति जलाएँ
शिक्षा और कौशल की ज्योति जलाएँ, हर युवा को हम रोजगार दिलाएँ।
ज्ञान की ताकत से ही, भारत को हम महाशक्ति बनाएँ।
जब हर हाथ में होगा काम, तब बढ़ेगा देश का नाम।
शिक्षा और कौशल की ज्योति जलाएँ, हर युवा को हम रोजगार दिलाएँ।
(अर्थ: इस चरण में शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने का संदेश है।)

(४) किसान की मेहनत रंग लाएगी
किसान की मेहनत रंग लाएगी, धरती सोना उगाएगी।
जब खेती में होगी नई तकनीक, तब देश की शान बढ़ेगी।
गाँव-गाँव में होगी समृद्धि, हर दिल में होगी खुशी।
किसान की मेहनत रंग लाएगी, धरती सोना उगाएगी।
(अर्थ: यह चरण कृषि क्षेत्र में सुधार और ग्रामीण समृद्धि के महत्व को बताता है।)

(५) कारखाने फिर से गूंजेंगे
कारखाने फिर से गूंजेंगे, 'मेक इन इंडिया' का नारा लगेगा।
जब हम अपने ही देश में, सब कुछ बनाएंगे।
तब दुनिया भी देखेगी, भारत कितना आगे बढ़ गया।
कारखाने फिर से गूंजेंगे, 'मेक इन इंडिया' का नारा लगेगा।
(अर्थ: इस चरण में 'मेक इन इंडिया' पहल और विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने का वर्णन है।)

(६) डिजिटल इंडिया की शक्ति है
डिजिटल इंडिया की शक्ति है, हर गाँव तक पहुँच गई है।
यूपीआई और आधार से, हर लेनदेन आसान हो गया।
तकनीक का यह जादू, नए रास्ते दिखा रहा है।
डिजिटल इंडिया की शक्ति है, हर गाँव तक पहुँच गई है।
(अर्थ: यह चरण डिजिटल अर्थव्यवस्था के अवसरों और प्रौद्योगिकी के प्रभाव पर प्रकाश डालता है।)

(७) हम सब मिलकर चलें इस राह पर
हम सब मिलकर चलें इस राह पर, एक होकर यह लक्ष्य पाएँ।
चुनौतियों को अवसर बनाएँ, भारत को दुनिया का सिरमौर बनाएँ।
आने वाली पीढ़ी को, एक बेहतर भारत दे जाएँ।
हम सब मिलकर चलें इस राह पर, एक होकर यह लक्ष्य पाएँ।
(अर्थ: यह अंतिम चरण सामूहिक प्रयासों से लक्ष्य को प्राप्त करने और एक बेहतर भविष्य बनाने का संकल्प लेता है।)

--अतुल परब
--दिनांक-16.08.2025-शनिवार.
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