📜 पंत महाराज पर एक सुंदर कविता 📜

Started by Atul Kaviraje, August 18, 2025, 11:27:44 AM

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Atul Kaviraje

पंत महाराज बाळेकुंद्री पालखी-कोगे, तालुका-करवीर-

📜 पंत महाराज पर एक सुंदर कविता 📜

१.
कोगे से चली है पालखी,
बाळेकुंद्री को चली है पालखी।
भक्ति का यह सागर उमड़ा,
पंत महाराज की शरण में सब चला।
अर्थ: यह पालखी कोगे से चलकर बाळेकुंद्री जा रही है। यह भक्ति का एक सागर है, जिसमें सभी भक्त पंत महाराज की शरण में जा रहे हैं।

२.
पादुकाएं हैं पालखी में,
आस्था है हर एक दिल में।
हर कदम पर नाम तुम्हारा,
जीवन में बस आसरा तुम्हारा।
अर्थ: पालखी में आपकी पादुकाएं हैं और हर भक्त के दिल में आपके प्रति आस्था है। हर कदम पर आपका नाम लिया जाता है, क्योंकि आप ही हमारे जीवन का सहारा हैं।

३.
भजन, कीर्तन, जयकारों से,
गुंज रहा है सारा मार्ग।
प्रेम की यह धारा बहती है,
पंथ तुम्हारा जगाती है।
अर्थ: भजन, कीर्तन और जयकारों से पूरा रास्ता गूंज रहा है। यह प्रेम की एक धारा है, जो आपके द्वारा दिखाए गए मार्ग को दर्शाती है।

४.
जाति, धर्म का भेद नहीं,
बस प्रेम का ही है यहाँ भेद।
सब एक हैं तुम्हारे चरणों में,
तुम्हारा ही नाम जपाए हैं सबने।
अर्थ: यहाँ किसी भी जाति या धर्म का कोई भेदभाव नहीं है, केवल प्रेम का ही भाव है। आपके चरणों में सभी भक्त एक समान हैं और सभी आपका ही नाम जपते हैं।

५.
तुमने सिखाया मानवता का धर्म,
सेवा ही है जीवन का सच्चा कर्म।
तुम्हारे संदेश आज भी जिंदा हैं,
जो हमें सही राह दिखाते हैं।
अर्थ: आपने मानवता का धर्म सिखाया और बताया कि सेवा ही जीवन का सच्चा कर्म है। आपके संदेश आज भी जीवित हैं, जो हमें सही रास्ता दिखाते हैं।

६.
हे महाराज, तुमको प्रणाम,
तुम्हारी कृपा रहे हम पर तमाम।
हमारी भक्ति स्वीकार करो,
जीवन को रोशन करो।
अर्थ: हे महाराज, हम आपको प्रणाम करते हैं। आपकी कृपा हम पर हमेशा बनी रहे। हमारी भक्ति को स्वीकार करें और हमारे जीवन को प्रकाशित करें।

७.
पालखी यात्रा पूरी हो,
तुम्हारा आशीर्वाद मिले।
यह भक्ति कभी न घटे,
हम सब पर कृपा रहे।
अर्थ: यह पालखी यात्रा पूरी हो और हमें आपका आशीर्वाद मिले। हमारी भक्ति कभी कम न हो और हम सब पर आपकी कृपा बनी रहे।

कविता सारांश: यह कविता पंत महाराज बाळेकुंद्री पालखी यात्रा के भक्तिपूर्ण माहौल और पंत महाराज के संदेश को दर्शाती है। 💖🙏

--अतुल परब
--दिनांक-17.08.2025-रविवार.
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