श्रीकृष्ण यात्रा: बहिरेश्वर, तालुका-करवीर 🐮-📝🎶💖🌸💃🌟👑🙏

Started by Atul Kaviraje, August 19, 2025, 11:51:06 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

श्रीकृष्ण यात्रा: बहिरेश्वर, तालुका-करवीर 🐮-

श्रीकृष्ण यात्रा पर हिंदी कविता 📝-

1. चरण:

बहिरेश्वर गांव में,
कृष्णा की यात्रा में।
बंसी बजती है प्यारी,
मन को मोहती है न्यारी।

अर्थ: बहिरेश्वर गांव में, कृष्ण की यात्रा में, प्यारी बंसी बजती है, जो मन को मोह लेती है।

2. चरण:

पालकी सजी फूलों से,
मोर पंख से प्यारी।
हरे कृष्णा के जयघोष,
गूंजे हर दिशा में न्यारी।

अर्थ: पालकी फूलों और मोर पंखों से सजी है। 'हरे कृष्णा' के जयघोष हर दिशा में गूंजते हैं।

3. चरण:

भक्त गाए भजन,
नाचे और झूमे।
कृष्ण के रंग में,
हर कोई झूमता है।

अर्थ: भक्त भजन गाते हैं, नाचते हैं और झूमते हैं। कृष्ण के रंग में हर कोई झूम रहा है।

4. चरण:

नदी किनारे तेरा मंदिर,
मन में भरता है प्यार।
तेरी लीलाएं न्यारी,
करती हैं सबका उद्धार।

अर्थ: नदी के किनारे तुम्हारा मंदिर है, जो मन में प्यार भरता है। तुम्हारी लीलाएँ अनोखी हैं, जो सबका उद्धार करती हैं।

5. चरण:

तू प्रेम का प्रतीक,
तू है हमारा मीत।
तू ही है हमारा साथी,
तू ही है हमारा गीत।

अर्थ: तुम प्रेम के प्रतीक हो, तुम हमारे मित्र हो। तुम ही हमारे साथी हो और तुम ही हमारे गीत हो।

6. चरण:

माखन चोर, तू प्यारा,
सबका तू सहारा।
गोपियों का तू है कान्हा,
सबका तू है राजा।

अर्थ: हे प्यारे माखन चोर, तुम सबका सहारा हो। तुम गोपियों के कान्हा हो और तुम ही सबके राजा हो।

7. चरण:

श्रीकृष्ण, तेरी कृपा मिले,
जीवन हमारा सफल हो।
यही प्रार्थना है हमारी,
तू हमें अपनाए।

अर्थ: हे श्रीकृष्ण, तुम्हारी कृपा मिले और हमारा जीवन सफल हो। यही हमारी प्रार्थना है कि तुम हमें अपनाओ।

इमोजी सारांश: 📝🎶💖🌸💃🌟👑🙏

--अतुल परब
--दिनांक-18.08.2025-सोमवार.
===========================================