पृथ्वी से बाहर जीवन: ब्रह्मांड का सबसे बड़ा प्रश्न 👽-📝👽🌌🔭✨🔍🤝

Started by Atul Kaviraje, August 19, 2025, 07:29:50 PM

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Atul Kaviraje

पृथ्वी से बाहर जीवन: ब्रह्मांड का सबसे बड़ा प्रश्न 👽-

बाह्य जीवन पर हिंदी कविता 📝-

1. चरण:

तारों की दुनिया में,
कोई है क्या इंसान?
या हम अकेले हैं,
इस ब्रह्मांड में मेहमान।

अर्थ: तारों की दुनिया में कोई इंसान जैसा है क्या? या हम इस ब्रह्मांड में अकेले मेहमान हैं।

2. चरण:

मंगल पर पानी था,
चाँद पर है महासागर।
कहीं तो होंगे जीवन,
मिलेंगे ये सागर।

अर्थ: मंगल पर कभी पानी था और चाँद पर महासागर है। कहीं तो जीवन होगा, हम इन महासागरों को मिलेंगे।

3. चरण:

दूरबीनें करतीं काम,
सुनती हैं रेडियो की आवाज।
क्या कोई संदेश आएगा,
खुलेंगे क्या राज।

अर्थ: दूरबीनें काम कर रही हैं, रेडियो की आवाज सुन रही हैं। क्या कोई संदेश आएगा और क्या रहस्य खुलेंगे?

4. चरण:

छोटा सा हो वो जीवाणु,
या हो कोई बड़ा इंसान।
क्या वो भी सोचते होंगे,
ढूँढते होंगे ये निशान।

अर्थ: वह छोटा सा जीवाणु हो या कोई बड़ा इंसान हो। क्या वे भी सोचते होंगे और ये निशान ढूंढते होंगे?

5. चरण:

फर्मी का विरोधाभास,
हमें क्यों है हैरान?
या वो हमसे छिपे हैं,
या हैं वो अनजान।

अर्थ: फर्मी का विरोधाभास हमें क्यों हैरान कर रहा है? या तो वे हमसे छिपे हैं या वे अनजान हैं।

6. चरण:

विज्ञान की यह खोज,
होगी या नहीं पता।
पर इस सफर में हमें,
मिलती है नई दिशा।

अर्थ: विज्ञान की यह खोज होगी या नहीं, यह पता नहीं। लेकिन इस सफर में हमें एक नई दिशा मिलती है।

7. चरण:

यह एक सवाल है बड़ा,
जो हमें जोड़ेगा।
एक दूसरे से मिलकर,
यह दुनिया को मोड़ेगा।

अर्थ: यह एक बड़ा सवाल है जो हमें जोड़ेगा। एक दूसरे से मिलकर यह दुनिया को बदलेगा।

इमोजी सारांश: 📝👽🌌🔭✨🔍🤝

--अतुल परब
--दिनांक-19.08.2025-मंगळवार.
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