पूरा मानव मस्तिष्क कब मैप होगा?-

Started by Atul Kaviraje, August 19, 2025, 07:32:28 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

पूरा मानव मस्तिष्क कब मैप होगा?-

चरण 1
विज्ञान की लंबी है राह,
मस्तिष्क का गहरा है सागर,
नक्शा उसका जब बनेगा,
उत्तर कब मिलेगा, हे नागर?
अर्थ: विज्ञान का रास्ता बहुत लंबा है और मस्तिष्क एक गहरे सागर जैसा है. जब उसका नक्शा बनेगा, तब हमें कई सवालों के जवाब मिलेंगे.

चरण 2
न्यूरॉन की जटिल है कहानी,
सिनेप्स का है अद्भुत जाल,
यह पहेली सुलझेगी कब,
बदलेगा जब सारा हाल?
अर्थ: न्यूरॉन्स की कहानी बहुत जटिल है और उनके बीच का कनेक्शन एक अद्भुत जाल की तरह है. यह पहेली कब सुलझेगी, जब सब कुछ बदल जाएगा?

चरण 3
कोई कहे बीस साल लगेंगे,
कोई सौ साल तक का दे निशान,
मानव की जिज्ञासा तो बस,
पूछे "परंतु कब?" हे भगवान!
अर्थ: कुछ लोग कहते हैं कि इसमें बीस साल लगेंगे, और कुछ कहते हैं कि सौ साल. लेकिन मानव की जिज्ञासा बस एक ही सवाल पूछती है, "परंतु कब?"

चरण 4
अल्जाइमर की पीड़ा कम होगी,
पार्किंसंस का रुकेगा प्रहार,
ज्ञान के नए द्वार खुलेंगे,
होगा जब मस्तिष्क का सार.
अर्थ: मस्तिष्क को समझने से अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी बीमारियों का इलाज संभव होगा और ज्ञान के नए दरवाजे खुलेंगे.

चरण 5
कृत्रिम बुद्धि को मिलेगी शक्ति,
मानव की तरह सोचने का बल,
जब जुड़ेगा यह तंत्रिका तंत्र,
बनेगा एक नया कल.
अर्थ: जब हम मस्तिष्क को समझेंगे, तो कृत्रिम बुद्धि को भी मानव की तरह सोचने की शक्ति मिलेगी, जिससे एक नया भविष्य बनेगा.

चरण 6
यह खोज नहीं बस एक विज्ञान,
मानव की पहचान का है सफर,
हर कदम एक नया अध्याय,
बदलेगा हर एक डगर.
अर्थ: यह सिर्फ एक वैज्ञानिक खोज नहीं है, बल्कि यह मानव की अपनी पहचान को समझने का सफर है. हर कदम एक नया अध्याय लिखेगा और हर रास्ता बदल जाएगा.

चरण 7
उत्तर भले न हो आज साफ,
प्रयास में है हमारा मान,
हम ढूंढ रहे खुद को भीतर,
सत्य को देना है सम्मान.
अर्थ: भले ही आज सीधा जवाब न हो, लेकिन हमारा सम्मान इस प्रयास में है. हम खुद को अपने भीतर खोज रहे हैं और इस सत्य को हमें सम्मान देना है.

--अतुल परब
--दिनांक-19.08.2025-मंगळवार.
===========================================