संत ताजुद्दीन बाबा पुण्यतिथी ✨🙏- संत ताजुद्दीन बाबा की महिमा ✨🙏-

Started by Atul Kaviraje, August 22, 2025, 11:20:55 AM

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Atul Kaviraje

संत ताजुद्दीन बाबा पुण्यतिथी-नागपूर-

संत ताजुद्दीन बाबा पुण्यतिथी ✨🙏-

संत ताजुद्दीन बाबा की महिमा ✨🙏-

(एक सुंदर अर्थपूर्ण सीधीसादी सरल तुकबंदी के साथ)

१. नागपुर की धरती पर, एक संत महान थे,
ताजुद्दीन बाबा नाम, सबके लिए भगवान थे।
प्रेम और शांति का, संदेश वो फैलाते थे,
हर दुखी इंसान के, आँसू पोंछ जाते थे।
अर्थ: नागपुर की धरती पर एक महान संत हुए, जिनका नाम ताजुद्दीन बाबा था। वे सभी के लिए भगवान के समान थे। वे प्रेम और शांति का संदेश फैलाते थे और हर दुखी इंसान के आँसू पोंछते थे।

२. जात-धर्म का भेद, वो कभी न मानते थे,
हिंदू-मुस्लिम सभी, उन्हें बराबर जानते थे।
उनकी दरगाह में, हर कोई आ सकता था,
प्यार की दुनिया में, सबको वो बुलाता था।
अर्थ: वे कभी भी जाति-धर्म में भेद नहीं करते थे। हिंदू-मुस्लिम सभी उन्हें समान मानते थे। उनकी दरगाह में हर कोई आ सकता था और वे सभी को प्यार की दुनिया में बुलाते थे।

३. तप की अग्नि में तपकर, जीवन को सजाया था,
सेवा और दया का, उन्होंने पाठ पढ़ाया था।
भूखे को खिलाते थे, बीमार को दवा देते थे,
हर जरूरतमंद के, वो मददगार बनते थे।
अर्थ: उन्होंने तपस्या करके अपने जीवन को सजाया था और सेवा तथा दया का पाठ पढ़ाया था। वे भूखों को खाना खिलाते थे, बीमारों को दवा देते थे और हर जरूरतमंद की मदद करते थे।

४. आँखों में उनके, एक अनोखी चमक थी,
बातों में उनकी, एक जादुई शक्ति थी।
उनकी दुआओं से, हर दुख दूर होता था,
उनका आशीर्वाद, हर दिल को सुकून देता था।
अर्थ: उनकी आँखों में एक अनोखी चमक थी और उनकी बातों में एक जादुई शक्ति थी। उनकी दुआओं से हर दुख दूर होता था और उनका आशीर्वाद हर दिल को शांति देता था।

५. पुण्यतिथी का दिन, हम उन्हें याद करें,
उनके बताए रास्ते पर, हम सब आगे बढ़ें।
ईर्ष्या और द्वेष को, मन से हम मिटाएँ,
उनके प्रेम के संदेश को, हम हर जगह फैलाएँ।
अर्थ: पुण्यतिथी के दिन हम उन्हें याद करें और उनके बताए रास्ते पर आगे बढ़ें। हमें ईर्ष्या और द्वेष को मन से मिटाना चाहिए और उनके प्रेम के संदेश को हर जगह फैलाना चाहिए।

६. मानवता की सेवा, ही उनका धर्म था,
हर इंसान को गले लगाना, उनका कर्म था।
उनकी याद में, हर पल हम जिएँ,
उनके दिए हुए ज्ञान का, अमृत हम पिएँ।
अर्थ: मानवता की सेवा करना ही उनका धर्म था और हर इंसान को गले लगाना उनका कर्म था। हमें उनकी याद में हर पल जीना चाहिए और उनके दिए हुए ज्ञान का अमृत पीना चाहिए।

७. हे बाबा ताजुद्दीन, तुम हो दाता,
तुम्हारे चरणों में, हर इंसान झुक जाता।
देना हमें आशीर्वाद, हमें राह दिखाना,
जीवन के हर मोड़ पर, हमें साथ निभाना।
अर्थ: हे बाबा ताजुद्दीन, आप दाता हैं और आपके चरणों में हर इंसान झुक जाता है। हमें आशीर्वाद देना, सही रास्ता दिखाना और जीवन के हर मोड़ पर हमारा साथ देना।

इमोजी सारांश: 💖 (प्रेम), 🙏 (भक्ति), 👳�♂️ (संत), 🤝 (एकता), 🕯� (स्मरण), ✨ (दिव्यता)

--अतुल परब
--दिनांक-21.08.2025-गुरुवार.
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