📜 दर्शन अमावस्या और पिठोरी अमावस्या: भक्ति और मातृत्व का पर्व 📜-🌑🙏💖👩‍👧‍👦

Started by Atul Kaviraje, August 22, 2025, 10:18:30 PM

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Atul Kaviraje

दर्शन अमावस्या-पिठोरी अमावस्या-

📜 दर्शन अमावस्या और पिठोरी अमावस्या: भक्ति और मातृत्व का पर्व 📜-

📜 दर्शन अमावस्या पर कविता 📜-

(७ कडव्यांची कविता)

१. पहला चरण:

आया अमावस्या का दिन,
चंद्रमा हुआ आज लीन।
पितरों की याद आई,
श्रद्धा से आंखें भर आईं।

अर्थ: अमावस्या का दिन आ गया है, और चंद्रमा आज दिखाई नहीं दे रहा। हमें अपने पूर्वजों की याद आ रही है और हमारी आँखें श्रद्धा से भर गई हैं।

२. दूसरा चरण:

पिठोरी का पर्व आया,
माताओं ने व्रत उठाया।
बच्चों की लंबी उम्र के लिए,
देवी माँ को पुकारा।

अर्थ: पिठोरी अमावस्या का पर्व आया है। माताओं ने अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा है और देवी माँ का स्मरण किया है।

३. तीसरा चरण:

आटे की मूर्तियाँ बनाई,
भक्ति की ज्योत जलाई।
देवी की महिमा गाई,
जीवन की राह दिखाई।

अर्थ: इस दिन माताओं ने आटे की मूर्तियाँ बनाईं और भक्ति की ज्योत जलाई। देवी की महिमा का गुणगान करके जीवन की सही राह पाई।

४. चौथा चरण:

तर्पण दिया, पिंडदान किया,
पितरों को याद किया।
उनकी आत्मा को मिले शांति,
यही है आज की क्रांति।

अर्थ: इस दिन पितरों को तर्पण और पिंडदान करके उन्हें याद किया जाता है, ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले।

५. पाँचवाँ चरण:

दान-पुण्य का यह दिन है,
कर्मों का हिसाब-किताब है।
पुण्य का बीज बोया,
फल मिलेगा जब समय आएगा।

अर्थ: यह दिन दान और पुण्य का है। आज जो हम अच्छा काम करते हैं, उसका फल हमें भविष्य में मिलता है।

६. छठा चरण:

परिवार की शक्ति है माता,
पितरों का आशीष है साथ।
दोनों का सम्मान करो,
जीवन में हमेशा आगे बढ़ो।

अर्थ: माता परिवार की शक्ति है और पूर्वजों का आशीर्वाद हमारे साथ है। इन दोनों का सम्मान करके हम जीवन में आगे बढ़ सकते हैं।

७. सातवाँ चरण:

अमावस्या है एक संदेश,
अंधकार के बाद है प्रकाश।
श्रद्धा और विश्वास रखो,
जीवन में हमेशा खुशियाँ मिलेंगी।

अर्थ: यह अमावस्या हमें यह संदेश देती है कि अंधकार के बाद हमेशा प्रकाश आता है। श्रद्धा और विश्वास रखने से जीवन में हमेशा खुशियाँ मिलेंगी।

इमोजी सारांश: 🌑🙏💖👩�👧�👦🕊�

--अतुल परब
--दिनांक-22.08.2025-शुक्रवार.
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