📜 पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होळकर: भक्ति, न्याय और शासन का प्रतीक 📜-👑🙏💖🇮🇳

Started by Atul Kaviraje, August 22, 2025, 10:20:47 PM

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Atul Kaviraje

अहिल्याबाई होळकर पुण्यतिथी-तिथि के अनुसार-

📜 पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होळकर: भक्ति, न्याय और शासन का प्रतीक 📜-

📜 अहिल्याबाई होळकर पर कविता 📜-

(७ कडव्यांची कविता)

१. पहला चरण:

पुण्यतिथि है आज रानी की,
बात है एक महान कहानी की।
अहिल्याबाई नाम है उनका,
जो थीं भक्ति और न्याय की प्रतीक।

अर्थ: आज एक महान रानी की पुण्यतिथि है, जिनकी कहानी बहुत प्रेरणादायक है। उनका नाम अहिल्याबाई होळकर था, जो भक्ति और न्याय की प्रतीक थीं।

२. दूसरा चरण:

मालवा की वे थीं रानी,
हर जुबाँ पर उनकी कहानी।
मंदिर बनवाए, घाट बनाए,
प्रजा के लिए सब कुछ किया।

अर्थ: वे मालवा की रानी थीं, और उनकी कहानी हर कोई जानता है। उन्होंने मंदिर और घाट बनवाए और अपनी प्रजा के लिए सब कुछ किया।

३. तीसरा चरण:

न्याय की देवी कहलाती थीं,
हर दुखिया की सुनती थीं।
भेदभाव न कोई करती थीं,
सबको समान मानती थीं।

अर्थ: उन्हें न्याय की देवी कहा जाता था, क्योंकि वे हर दुखी व्यक्ति की बात सुनती थीं। वे कोई भेदभाव नहीं करती थीं और सभी को समान मानती थीं।

४. चौथा चरण:

शिव की थीं परम उपासक,
भक्ति में थीं हमेशा लीन।
शासन किया धर्म से,
जीवन उनका था पावन।

अर्थ: वे भगवान शिव की परम भक्त थीं और हमेशा भक्ति में लीन रहती थीं। उन्होंने धर्म के मार्ग पर चलकर शासन किया और उनका जीवन बहुत पवित्र था।

५. पाँचवाँ चरण:

महिला शक्ति का प्रतीक थीं,
सबको उन्होंने राह दिखाई।
नेतृत्व की मशाल जलाई,
हर नारी को प्रेरणा दी।

अर्थ: वे महिला सशक्तिकरण का प्रतीक थीं। उन्होंने नेतृत्व करके सभी महिलाओं को प्रेरणा दी।

६. छठा चरण:

गंगा के घाट सँवराए,
काशी को नया रूप दिलाया।
उनके काम अमर हैं,
इतिहास में नाम है छाया।

अर्थ: उन्होंने गंगा के घाटों का जीर्णोद्धार करवाया और काशी को नया रूप दिया। उनके काम अमर हैं और उनका नाम इतिहास में हमेशा रहेगा।

७. सातवाँ चरण:

पुण्यतिथि पर उनको नमन,
उनके जीवन को करें हम मनन।
सेवा का भाव अपनाएं,
और जीवन को सफल बनाएं।

अर्थ: इस पुण्यतिथि पर हम उन्हें नमन करते हैं और उनके जीवन से प्रेरणा लेते हैं। हम सेवा का भाव अपनाकर अपने जीवन को सफल बनाएं।

इमोजी सारांश: 👑🙏💖🇮🇳

--अतुल परब
--दिनांक-22.08.2025-शुक्रवार.
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