📜 तुळजा भवानी उत्सव: मुंबई में भक्ति की धारा 📜-🙏👑🛡️🚩

Started by Atul Kaviraje, August 22, 2025, 10:22:15 PM

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Atul Kaviraje

तुळजा भवानी उत्सव- नेहरू नगर, कांजूर मार्ग-पुर्व, मुंबई-

📜 तुळजा भवानी उत्सव: मुंबई में भक्ति की धारा 📜-

📜 तुळजा भवानी पर कविता 📜-

(७ कडव्यांची कविता)

१. पहला चरण:

आया उत्सव आज भवानी का,
मुंबई में शोर है भक्ति का।
नेहरू नगर में है माता का वास,
भक्तों को है उनके दर्शन की आस।

अर्थ: आज माँ भवानी का उत्सव है। मुंबई में भक्ति का माहौल है। नेहरू नगर में माता का वास है और भक्तों को उनके दर्शन की उम्मीद है।

२. दूसरा चरण:

महाराष्ट्र की कुलस्वामिनी है,
हर दिल में बसी हुई है।
शिवाजी की आराध्य देवी,
शक्ति का रूप है तुम देवी।

अर्थ: माँ भवानी महाराष्ट्र की कुलस्वामिनी हैं और हर दिल में बसी हुई हैं। वे शिवाजी की आराध्य देवी हैं और शक्ति का रूप हैं।

३. तीसरा चरण:

मंदिर सजे, फूल हैं खिल रहे,
भक्तों के मन भाव-विभोर हैं।
आरती की धुन गूंजे,
हर तरफ माँ का जयकारा।

अर्थ: मंदिर सज गए हैं, फूल खिल रहे हैं। भक्तों का मन भक्ति में लीन है। आरती की धुन गूंज रही है और हर जगह माँ का जयकारा लग रहा है।

४. चौथा चरण:

भक्तों की भीड़ उमड़ी है,
सबने झोली फैलाई है।
माँ से वरदान मांगा है,
जीवन को सफल बनाने का।

अर्थ: मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी है। सबने माँ से जीवन को सफल बनाने का वरदान मांगा है।

५. पाँचवाँ चरण:

जागरण और भजन होते हैं,
रात भर देवी को मनाते हैं।
प्रसाद का भोग लगता है,
भक्तों का मन शांत होता है।

अर्थ: रात भर जागरण और भजन होते हैं। भक्तों को प्रसाद मिलता है और उनका मन शांत होता है।

६. छठा चरण:

शक्ति का यह त्योहार है,
अंधकार को दूर भगाता है।
हर मन में विश्वास जगाता है,
जीवन को नई राह दिखाता है।

अर्थ: यह त्योहार शक्ति का है। यह अंधकार को दूर करता है और हर मन में विश्वास जगाता है।

७. सातवाँ चरण:

यह उत्सव हर साल आए,
भक्ति की धारा बहती रहे।
मुंबई की धरती पर,
माँ का आशीर्वाद बना रहे।

अर्थ: यह उत्सव हर साल आता रहे। भक्ति की धारा बहती रहे और मुंबई की धरती पर माँ का आशीर्वाद बना रहे।

इमोजी सारांश: 🙏👑🛡�🚩

--अतुल परब
--दिनांक-22.08.2025-शुक्रवार.
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