📜 रामकृष्ण क्षीरसागर महाराज: भक्ति, सेवा और ज्ञान का प्रकाश 📜-🙏✨🕉️💖

Started by Atul Kaviraje, August 22, 2025, 10:22:58 PM

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Atul Kaviraje

रामकृष्ण क्षीरसागर महाराज पुण्यतिथी, जिल्हा-नगर-

📜 रामकृष्ण क्षीरसागर महाराज: भक्ति, सेवा और ज्ञान का प्रकाश 📜-

📜 रामकृष्ण क्षीरसागर महाराज पर कविता 📜-

(७ कडव्यांची कविता)

१. पहला चरण:

पुण्यतिथि है आज संत की,
बात है एक महान कहानी की।
रामकृष्ण नाम है उनका,
जो थे भक्ति और सेवा की प्रतीक।

अर्थ: आज एक महान संत की पुण्यतिथि है, जिनकी कहानी बहुत प्रेरणादायक है। उनका नाम रामकृष्ण क्षीरसागर महाराज था, जो भक्ति और सेवा के प्रतीक थे।

२. दूसरा चरण:

अहमदनगर की धरती है पावन,
जहां हुआ उनका आगमन।
ज्ञान की ज्योति फैलाई,
लाखों दिलों में जगह बनाई।

अर्थ: अहमदनगर की धरती पवित्र है, जहां उनका जन्म हुआ। उन्होंने ज्ञान की ज्योति फैलाई और लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई।

३. तीसरा चरण:

सेवा का व्रत था उनका,
हर जरूरतमंद को सहारा दिया।
गरीब और दुखियों की मदद की,
जीवन को सफल बनाया।

अर्थ: उन्होंने सेवा का व्रत लिया था। हर जरूरतमंद को सहारा दिया और गरीब और दुखियों की मदद करके जीवन को सफल बनाया।

४. चौथा चरण:

भेदभाव को दूर भगाया,
सबको गले लगाया।
हर धर्म का सम्मान किया,
इंसानियत का पाठ पढ़ाया।

अर्थ: उन्होंने भेदभाव को दूर भगाया और सभी को गले लगाया। उन्होंने हर धर्म का सम्मान किया और मानवता का पाठ पढ़ाया।

५. पाँचवाँ चरण:

भजन-कीर्तन का शोर है,
भक्तों का मन भाव-विभोर है।
उनकी वाणी में जादू है,
हर दिल में बसते हैं।

अर्थ: इस दिन भजन-कीर्तन का माहौल होता है और भक्तों का मन भक्ति में लीन होता है। उनकी वाणी में जादू था और वे हर दिल में बसते हैं।

६. छठा चरण:

उनका संदेश है यह,
सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
प्रेम से जीवन जियो,
और प्रभु का नाम जपो।

अर्थ: उनका संदेश यह है कि सेवा सबसे बड़ा धर्म है। हमें प्रेम से जीवन जीना चाहिए और भगवान का नाम लेना चाहिए।

७. सातवाँ चरण:

पुण्यतिथि पर उनको नमन,
उनके जीवन को करें हम मनन।
उनके दिखाए मार्ग पर चलें,
और जीवन को सफल बनाएं।

अर्थ: इस पुण्यतिथि पर हम उन्हें नमन करते हैं और उनके जीवन से प्रेरणा लेते हैं। हम उनके दिखाए मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सफल बनाएंगे।

इमोजी सारांश: 🙏✨🕉�💖

--अतुल परब
--दिनांक-22.08.2025-शुक्रवार.
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