भारत के संघीय ढाँचे पर कविता-🇮🇳🤝🏛️⚖️🌍📊📈

Started by Atul Kaviraje, August 27, 2025, 11:22:36 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

भारत में संघीय ढाँचा: केंद्र-राज्य संबंधों की बदलती गतिशीलता-

भारत के संघीय ढाँचे पर कविता-

१. भारत का संविधान है एक वृक्ष महान,
जिसकी जड़ें केंद्र में, शाखाएँ हैं हर प्रांत,
शक्तियों का बँटवारा, हर राज्य का है मान,
लोकतंत्र का यह है सबसे बड़ा वरदान।

२. केंद्र की सूची में रक्षा और बैंक का काम,
राज्यों की सूची में पुलिस और स्वास्थ्य का नाम,
समवर्ती सूची में शिक्षा और वन का धाम,
कानून बनाने का दोनों का है अधिकार,
पर केंद्र का कानून होता है सर्वोपरि,
यह है हमारे संघीय ढाँचे की कहानी।

३. कभी केंद्र मजबूत, कभी राज्य होते हावी,
कभी गठबंधन सरकारें, तो कभी एक ही पार्टी,
बदलता रहा है दौर, बदलती रही है चाल,
पर देश की एकता बनी रहती है हर हाल।

४. राज्यपाल का पद कभी-कभी विवाद में,
राज्यों की स्वायत्तता का मुद्दा हर बात में,
वित्तीय निर्भरता की भी है एक कहानी,
पर मिलकर ही चलानी है यह नाव पुरानी।

५. सरकारीया आयोग ने दी थीं कुछ सिफारिशें,
पुंछी आयोग ने भी दी थीं कुछ राय,
सबका मकसद था संबंधों को मजबूत बनाना,
विकास की राह पर देश को आगे बढ़ाना।

६. जीएसटी परिषद ने दिखाया है नया रास्ता,
सहकारी संघवाद का यही है असली नाता,
मिलकर काम करें, मिलकर फैसले लें,
देश को आगे बढ़ाएँ, यह है हमारा वादा।

७. भारत का संघीय ढाँचा है अद्भुत और खास,
जिसमें एकता और विविधता का है वास,
चुनौतियों का सामना करेंगे मिलकर,
भारत को बनाएंगे एक मजबूत राष्ट्र, मिलकर।
अर्थ:
१. भारत का संविधान एक महान वृक्ष है जिसकी जड़ें केंद्र में हैं और शाखाएँ राज्यों में फैली हुई हैं। यह शक्तियों का बँटवारा करता है और हर राज्य को सम्मान देता है। यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा वरदान है।
२. केंद्र सूची में रक्षा और बैंकिंग जैसे राष्ट्रीय विषय हैं, जबकि राज्य सूची में पुलिस और स्वास्थ्य जैसे स्थानीय विषय हैं। समवर्ती सूची में दोनों के लिए कानून बनाने का अधिकार है, लेकिन केंद्र का कानून सर्वोपरि होता है। यही हमारे संघीय ढाँचे की कहानी है।
३. कभी केंद्र मजबूत होता है, तो कभी राज्य हावी होते हैं। कभी गठबंधन सरकारें होती हैं, तो कभी एक ही पार्टी की सरकार होती है। दौर बदलता रहा है, लेकिन देश की एकता हमेशा बनी रहती है।
४. राज्यपाल का पद कभी-कभी विवाद का कारण बनता है। राज्यों की स्वायत्तता का मुद्दा हमेशा उठता है और वे वित्तीय रूप से केंद्र पर निर्भर रहते हैं। लेकिन हमें इस नाव को मिलकर ही चलाना है।
५. सरकारीया और पुंछी जैसे आयोगों ने संबंधों को मजबूत बनाने के लिए सिफारिशें दी थीं, ताकि देश विकास के पथ पर आगे बढ़ सके।
६. जीएसटी परिषद ने एक नया रास्ता दिखाया है, जो सहकारी संघवाद का सच्चा उदाहरण है। हमें मिलकर काम करना है और मिलकर फैसले लेने हैं।
७. भारत का संघीय ढाँचा अद्भुत और खास है, जिसमें एकता और विविधता दोनों हैं। हम मिलकर चुनौतियों का सामना करेंगे और भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाएंगे।

इमोजी सारांश
🇮🇳🤝🏛�⚖️🌍📊📈

--अतुल परब
--दिनांक-26.08.2025-मंगळवार..
===========================================