चुनावी सुधार: भारत में लोकतंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता-लोकतंत्र की पुकार-🇮🇳

Started by Atul Kaviraje, August 28, 2025, 02:20:18 PM

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Atul Kaviraje

चुनावी सुधार: भारत में लोकतंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता-

हिंदी कविता - लोकतंत्र की पुकार-

जनता की आवाज, लोकतंत्र का मान,
पर राजनीति में है अब बेईमानी की पहचान।
चुनाव की प्रक्रिया में सुधार है जरूरी,
तभी मिटेगी ये सारी मजबूरी।
अर्थ: जनता की आवाज और लोकतंत्र का सम्मान तभी बना रहेगा, जब राजनीति से बेईमानी खत्म होगी। चुनाव प्रक्रिया में सुधार बहुत जरूरी है, तभी ये सारी मजबूरियाँ खत्म होंगी।

अपराधी राजनीति में, धन बल है हावी,
आम जनता की आवाज दब जाती है कभी।
मतदाता की इच्छा, बस एक मोहर बनकर रह जाए,
ऐसा लोकतंत्र क्या, जो हमें न समझ आए।
अर्थ: जब राजनीति में अपराधी और धन बल हावी हो जाते हैं, तो आम जनता की आवाज दब जाती है। अगर मतदाता की इच्छा सिर्फ एक मुहर बनकर रह जाए, तो वह कैसा लोकतंत्र है, जो हमें समझ नहीं आता।

⚖️💡
ईवीएम की पारदर्शिता, नोटा की ताकत,
हर नागरिक को चाहिए एक सच्ची राहत।
चुनाव आयोग बने स्वतंत्र, निष्पक्ष,
तभी बढ़ेगा जनता का विश्वास, प्रत्यक्ष।
अर्थ: ईवीएम की पारदर्शिता और नोटा की शक्ति हर नागरिक को एक सच्ची राहत दे सकती है। चुनाव आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए, तभी जनता का विश्वास सीधे तौर पर बढ़ेगा।

फेक न्यूज और झूठे वादों का जाल,
भटका देता है जनता को हर हाल।
जागरूकता ही है अब हमारी शक्ति,
सत्य को जानो, तभी बढ़ेगी भक्ति।
अर्थ: झूठी खबरों और गलत वादों का जाल जनता को हर हाल में भ्रमित कर देता है। अब हमारी शक्ति केवल जागरूकता में है, जब हम सच्चाई जानेंगे, तभी लोकतंत्र के प्रति हमारी भक्ति बढ़ेगी।

एक देश, एक चुनाव की हो बात,
बार-बार खर्च न हो, हर बार घात।
विकास रुके नहीं, चले अविरल धारा,
सपना हो पूरा, ये लोकतंत्र हमारा।
अर्थ: अगर एक देश, एक चुनाव की बात हो, तो बार-बार होने वाले चुनावों पर खर्च और उनका दुष्प्रभाव खत्म हो जाएगा। विकास की धारा बिना रुके चलती रहेगी, और हमारे लोकतंत्र का सपना पूरा होगा।

दल-बदल का खेल, क्यों हो बार-बार?
स्थिरता की कमी से, क्यों हो हाहाकार?
कानून बने मजबूत, हो सही सजा,
लोकतंत्र का हो फिर से सही मजा।
अर्थ: बार-बार होने वाले दल-बदल के खेल से राजनीतिक अस्थिरता क्यों हो? कानून मजबूत हों और सही सजा हो, ताकि लोकतंत्र में फिर से सही आनंद आ सके।

चुनावी सुधार हैं, नहीं सिर्फ एक सपना,
ये है हमारी जिम्मेदारी, ये है हमारा अपना।
मिलकर करें प्रयास, बदलें ये तस्वीर,
ताकि भारत बने सचमुच एक महान पीर।
अर्थ: चुनावी सुधार सिर्फ एक सपना नहीं हैं, यह हमारी अपनी जिम्मेदारी है। मिलकर प्रयास करके हम इस तस्वीर को बदल सकते हैं, ताकि भारत सच में एक महान राष्ट्र बन सके।

प्रतीक और इमोजी: 🇮🇳🤝🗳�💡

🇮🇳 (भारत का झंडा): हमारे राष्ट्र का प्रतीक।

🤝 (हाथ मिलाना): एकता और मिलकर काम करने का प्रतीक।

🗳� (मतदान पेटी): वोट देने और लोकतंत्र का प्रतीक।

💡 (बल्ब): जागरूकता और सुधार का प्रतीक।

इमोजी सारांश: ये इमोजी भारत में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए एकता, जागरूकता और सही चुनावी प्रक्रिया की आवश्यकता को दर्शाते हैं। ये हमें याद दिलाते हैं कि बदलाव हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

--अतुल परब
--दिनांक-27.08.2025-बुधवार.
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