श्री गजानन महाराज पुण्यतिथी: शेगाव के संत का महाप्रयाण-

Started by Atul Kaviraje, August 29, 2025, 06:20:07 PM

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Atul Kaviraje

श्री गजानन महाराज पुण्यतिथी-शेगाव-

श्री गजानन महाराज पुण्यतिथी: शेगाव के संत का महाप्रयाण-

श्री गजानन महाराज पर एक सुंदर कविता-

पहला चरण:
शेगाँव के संत गजानन,
भक्तों के मन में आप ही भगवान।
पुण्यतिथी पर नमन हमारा,
दे दो अपने चरणों का सहारा।

अर्थ: शेगाव के संत श्री गजानन महाराज, आप ही भक्तों के मन में भगवान हैं। आपकी पुण्यतिथी पर हम आपको नमन करते हैं और आपके चरणों का सहारा मांगते हैं।

दूसरा चरण:
आपने दिखाया सादगी का मार्ग,
त्याग और प्रेम का दिया है राग।
जीवन भर की सेवा का सार,
मन में भर दो सच्चा प्यार।

अर्थ: आपने हमें सादगी का मार्ग दिखाया और त्याग तथा प्रेम का पाठ पढ़ाया। आपके जीवन भर की सेवा का सार हमारे मन में भर दो और हमें सच्चा प्यार सिखाओ।

तीसरा चरण:
पानी से आपने दीपक जलाया,
हर एक भक्त का दुख मिटाया।
आपकी महिमा है अपरंपार,
आप ही हो जीवन का आधार।

अर्थ: आपने पानी से दीपक जलाकर अपनी अलौकिक शक्ति का परिचय दिया और हर भक्त के दुख को दूर किया। आपकी महिमा असीम है, और आप ही हमारे जीवन के सच्चे आधार हैं।

चौथा चरण:
मन की शांति है सबसे बड़ा धन,
आपका ही है ये पावन वचन।
आओ सब मिलकर गाएँ भजन,
आपके नाम का करें सुमिरन।

अर्थ: मन की शांति सबसे बड़ा धन है, यह आपका ही पवित्र वचन है। आइए, हम सब मिलकर आपके नाम का भजन करें और आपका स्मरण करें।

पांचवाँ चरण:
पालकी यात्रा निकली है आज,
भक्तों का लगा है सर पर ताज।
हर चेहरा है भक्ति से भरा,
आपने ही दिया है ये जीवन भरा।

अर्थ: आज आपकी पालकी यात्रा निकली है, और भक्तों के सर पर जैसे भक्ति का ताज सजा हुआ है। हर चेहरा भक्ति से भरा हुआ है, और यह सुंदर जीवन हमें आपने ही दिया है।

छठा चरण:
आपका प्रसाद है महादान,
हर कोई करता है सम्मान।
सेवा ही है आपका विधान,
आप ही हो भक्तों की शान।

अर्थ: आपका प्रसाद सबसे बड़ा दान है, और हर कोई उसका सम्मान करता है। सेवा ही आपका प्रमुख उपदेश है, और आप ही भक्तों का गौरव हैं।

सातवाँ चरण:
पुण्यतिथी नहीं है दुःख का दिन,
आपका नाम है सबसे रंगीन।
आप तो हैं अमर, अविनाशी,
आप हैं ज्ञान और शांति के राशी।

अर्थ: आपकी पुण्यतिथी दुख का दिन नहीं है, बल्कि आपका नाम सबसे सुंदर और रंगीन है। आप अमर और अविनाशी हैं, और आप ही ज्ञान और शांति का भंडार हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-28.08.2025-गुरुवार.
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