नृत्य (Dance): लयबद्ध शारीरिक गतिविधियों का एक कला रूप।-हिंदी कविता: नृत्य-

Started by Atul Kaviraje, September 04, 2025, 07:18:43 PM

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Atul Kaviraje

नृत्य (Dance): लयबद्ध शारीरिक गतिविधियों का एक कला रूप।-

हिंदी कविता: नृत्य-

पग-पग पर बजती पायल,
मन में उमंगों की हलचल।
हर एक अदा, हर एक चाल,
कहती है जीवन की ताल।

अर्थ: पैरों में पायल बजती है और मन में खुशी की लहर दौड़ती है। नृत्य की हर अदा और चाल जीवन की लय और ताल को दर्शाती है।

आँखों में छिपे हैं भाव,
होंठों पर है शांत स्वभाव।
हर एक मुद्रा, एक कहानी,
सदियों पुरानी, जानी-पहचानी।

अर्थ: नर्तक की आँखों में भावनाएँ छिपी हैं और चेहरे पर शांति है। हर मुद्रा एक कहानी कहती है जो सदियों पुरानी और जानी-पहचानी है।

धरती से जुड़ा, आकाश में उड़ान,
हर पल नया, हर क्षण है जान।
ये तो है आत्मा का संगीत,
जो हर दिल में गाता है गीत।

अर्थ: नृत्य हमें जमीन से जोड़े रखता है, लेकिन हमें ऊँचाइयों पर ले जाता है। यह आत्मा का संगीत है जो हर दिल में खुशी के गीत भर देता है।

फूलों की तरह खिलता तन,
पंछी की तरह उड़ता मन।
झूमता सारा ये संसार,
नृत्य है जीवन का सार।

अर्थ: नृत्य करते समय शरीर फूलों की तरह खिल उठता है और मन पंछी की तरह उड़ने लगता है। पूरा संसार झूमने लगता है, क्योंकि नृत्य ही जीवन का सार है।

हर एक धुन पर, ताल-ताल पर,
जीवन का चलता है सफर।
कभी धीमा, कभी तेज,
बदलते हैं सब रंग, सब तेज।

अर्थ: हर धुन और ताल पर जीवन का सफर चलता है। कभी धीमा, कभी तेज, जिस तरह नृत्य की गति बदलती है, उसी तरह जीवन के रंग और रूप भी बदलते हैं।

ये कला है, ये साधना है,
ये तो ईश्वर की आराधना है।
नाचो, गाओ, झूमते जाओ,
इस जीवन के हर रंग को पाओ।

अर्थ: नृत्य केवल एक कला नहीं, बल्कि एक साधना है, और ईश्वर की पूजा का एक रूप है। इसलिए नाचो, गाओ और इस जीवन के सभी रंगों को महसूस करो।

नाचो, गाओ, नाचो,
हर पल में नया एहसास।
नृत्य की यह धारा,
जीवन का है सहारा।

अर्थ: नाचो और गाओ ताकि हर पल एक नया एहसास हो। नृत्य की यह धारा, जीवन का एक बहुत बड़ा सहारा है।

--अतुल परब
--दिनांक-04.09.2025-गुरुवार.
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