कला एवं मनोरंजन का उत्सव: राष्ट्रीय पुस्तक पढ़ें दिवस -कविता: किताबों का जादू-

Started by Atul Kaviraje, September 07, 2025, 02:25:09 PM

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Atul Kaviraje

राष्ट्रीय पुस्तक पढ़ें दिवस-कला एवं मनोरंजन-गतिविधियाँ, मनोरंजन-

राष्ट्रीय पुस्तक पढ़ें दिवस-

कला एवं मनोरंजन का उत्सव: राष्ट्रीय पुस्तक पढ़ें दिवस

हिंदी कविता: किताबों का जादू-

1. आज दिवस है खास, किताबों का त्योहार,
पन्नों में छिपा है, ज्ञान का संसार।
पढ़ो कहानी, पढ़ो कविता,
मन को मिले सच्चा प्यार।

अर्थ: यह कविता बताती है कि आज का दिन किताबों को समर्पित है, जो ज्ञान और प्रेम से भरी हैं। ❤️

2. किताबों में मिलती है, नई दुनिया की सैर,
कभी राजा-रानी की, कभी परियों की सैर।
मनोरंजन का यह साधन,
देता है सुख और चैन।

अर्थ: इसमें किताबों को एक ऐसी दुनिया के रूप में दर्शाया गया है जो हमें सुख और शांति देती है। 🏰

3. शब्दों की दुनिया में, खो जाओ तुम,
ना कोई चिंता, ना कोई गम।
हर पन्ना है एक कलाकार,
जो बनाता है मन को शांत।

अर्थ: यह छंद पढ़ने के मानसिक लाभों को बताता है, जैसे कि चिंता और तनाव का कम होना। 😌

4. चाहे हो कागज का पन्ना,
या हो डिजिटल स्क्रीन।
ज्ञान की धारा बहती है,
हर हाल में, हर सीन।

अर्थ: यह छंद बताता है कि किताबें किसी भी रूप में हों, वे हमेशा ज्ञान का स्रोत बनी रहती हैं। 📱

5. बच्चों की कल्पना को, देते हैं पंख,
बड़ों को सिखाते हैं, जीवन के रंग।
हर उम्र के लिए है, एक किताब खास,
जो देती है जीवन को नया अंदाज।

अर्थ: यह बताता है कि किताबें बच्चों और बड़ों, दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं और जीवन को नया रूप देती हैं। 🎨

6. किताबों का जादू है, जो हमें जोड़ता है,
लेखक और पाठक के बीच, रिश्ता बनाता है।
हर कहानी है एक पुल,
जो दिलों को मिलाता है।

अर्थ: यह छंद बताता है कि किताबें लोगों को आपस में जोड़ती हैं। 🤝

7. आओ आज से संकल्प लें,
पढ़ने की आदत अपना लें।
किताबों से दोस्ती कर लें,
जीवन को बेहतर बना लें।

अर्थ: यह कविता पढ़ने की आदत को अपनाने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित करती है। 📖
 
--अतुल परब
--दिनांक-06.09.2025-शनिवार.
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