अनंत चतुर्दशी: भक्ति और विसर्जन-🌅 गणेश विसर्जन 🌅 🙏🏼 गणपति बप्पा मोरया! 🙏🏼

Started by Atul Kaviraje, September 07, 2025, 02:31:56 PM

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Atul Kaviraje

अनंत चतुर्दशी: भक्ति और विसर्जन-

आज, शनिवार, ६ सितंबर, अनंत चतुर्दशी है। यह दिन गणपति बप्पा के विसर्जन और अनंत चतुर्दशी के व्रत का है। यह दिन हमारे मन में भक्ति, श्रद्धा और विरह की भावना लेकर आता है। गणपति बप्पा के १० दिन तक चलने वाले आगमन, पूजा और उत्सव को समाप्त कर आज हम उन्हें विदाई देते हैं।

अनंत चतुर्दशी को 'अनंत चौदस' भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है। भक्त अपने हाथों पर अनंत सूत्र (१४ गाँठों वाला रेशम का धागा) बाँधते हैं, जो भगवान विष्णु के १४ लोकों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह सूत्र हमें जीवन के संकटों से बचाता है और समृद्धि लाता है।

गणपति विसर्जन और अनंत चतुर्दशी दोनों ही दिन हमारे जीवन को एक महत्वपूर्ण संदेश देते हैं। जैसे गणपति बप्पा का विसर्जन होता है, वैसे ही हमें अपने मन के अहंकार, द्वेष और नकारात्मकता को विसर्जित करके एक नई और सकारात्मक शुरुआत करनी चाहिए।

अनंत चतुर्दशी का महत्व:

१. गणपति विसर्जन: इस दिन गणपति बप्पा को विदाई दी जाती है। यह क्षण आनंद और दुःख की मिश्रित भावनाओं से भरा होता है।
२. अनंत सूत्र: भक्त अपने हाथों पर अनंत सूत्र बाँधते हैं, जो उन्हें भगवान विष्णु की कृपा से सुरक्षा और समृद्धि प्रदान करता है।
३. व्रत और पूजा: इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की विशेष पूजा की जाती है। भक्त दिन भर व्रत करते हैं और रात में पूजा करते हैं।
४. गणपति बप्पा मोरया, अगले साल जल्दी आना!: यह नारा इस दिन की पहचान है। इस नारे के माध्यम से भक्त बप्पा से अगले साल जल्दी आने की प्रार्थना करते हैं।

यह दिन हमें सिखाता है कि जीवन में कोई भी चीज स्थायी नहीं होती। हर चीज का अंत होता है, लेकिन उस अंत के साथ ही एक नई शुरुआत भी होती है।

🌅 गणेश विसर्जन 🌅
🙏🏼 गणपति बप्पा मोरया! 🙏🏼

गणेश विसर्जन का उत्सव:

गणेश विसर्जन हमारी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दिन भक्त अपने घरों से बप्पा को ढोल-ताशों के साथ जुलूस में ले जाते हैं। बप्पा की मूर्ति को संगीत और धूमधाम के साथ ले जाना, एक उत्साहपूर्ण वातावरण बनाता है।

इस दिन हम बप्पा को विदाई देते समय, उनके द्वारा हमें दी गई सभी अच्छी चीजों के लिए धन्यवाद देते हैं और अगले साल फिर से आने का अनुरोध करते हैं।

अनंत चतुर्दशी का संदेश:

अनंत चतुर्दशी हमें संयम, श्रद्धा और भक्ति का संदेश देती है। यह हमें सिखाती है कि हमें अपने काम और ईश्वर पर विश्वास रखना चाहिए, और बुरी चीजों का त्याग करके, हमेशा अच्छे काम करते रहना चाहिए।

यह दिन हमें यह भी सिखाता है कि हर काम में भक्ति और प्रेम होना चाहिए।

इस दिन का सार:

भक्ति और श्रद्धा

विसर्जन और त्याग

नई शुरुआत

सकारात्मक विचार

✨🌟 अनंत चतुर्दशी की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ! 🌟✨

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-06.09.2025-शनिवार.
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