💦 हिंदी कविता: जल-जीवन 💦-🌊🐟🐠➡️🎣🚫➡️🔬➡️❤️♻️➡️🌍🤝

Started by Atul Kaviraje, September 09, 2025, 10:00:44 PM

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Atul Kaviraje

🌎 विश्वकोश - इक्थियोलॉजी (मत्स्य विज्ञान): जूलॉजी की वह शाखा जो मछलियों का अध्ययन करती है 🐠-

💦 हिंदी कविता: जल-जीवन 💦-

पहला चरण (First Stanza) 🖋�

गहरे पानी में, एक जीवन है,
शांत, सुंदर, और अद्भुत मन है।
रंग-बिरंगी मछलियाँ तैरती,
जल की दुनिया का परिचय है।

अर्थ: पानी के अंदर एक अलग ही दुनिया और जीवन है, जो शांत, सुंदर और आकर्षक है। रंग-बिरंगी मछलियाँ तैरती हैं और वही इस जल की दुनिया का परिचय कराती हैं।

दूसरा चरण (Second Stanza) 🖋�

सुनहरी, नीली, लाल, और काली,
हर एक मछली की चाल निराली।
बिजली-सी गति से वो भागे,
जैसे हो कोई सपनों की डाली।

अर्थ: मछलियाँ सुनहरी, नीली, लाल और काली जैसे कई रंगों में होती हैं, और हर एक की चाल अनोखी होती है। वे इतनी तेज़ी से तैरती हैं, मानो कोई सपना हो।

तीसरा चरण (Third Stanza) 🖋�

उनके पंख हैं, गलफड़े भी हैं,
बिना बोले, वो सब कुछ कहें।
जल ही उनका घर, जल ही जीवन,
उसी में वो सब दुःख-सुख सहें।

अर्थ: मछलियों के पंख और गलफड़े होते हैं, और वे बिना बोले ही अपनी बात कह देती हैं। पानी ही उनका घर और जीवन है, और वे उसी में अपने सुख और दुःख सहती हैं।

चौथा चरण (Fourth Stanza) 🖋�

छोटी को बड़ी निगलती है,
प्रकृति का यह नियम चलती है।
जलीय जीवन का संतुलन है,
जिससे ये दुनिया चलती है।

अर्थ: छोटी मछलियों को बड़ी मछलियाँ खाती हैं, और प्रकृति का यही नियम चलता है। यह नियम जलीय जीवन का संतुलन बनाए रखता है, जिससे यह दुनिया चल रही है।

पाँचवाँ चरण (Fifth Stanza) 🖋�

पर जब मानव का लालच बढ़े,
जाले में फंसकर जीवन मरे।
प्रदूषण से पानी हो काला,
आवास उनका तबाह करे।

अर्थ: लेकिन जब इंसान का लालच बढ़ जाता है, तो मछलियाँ जालों में फंसकर मर जाती हैं। प्रदूषण से पानी काला हो जाता है और उनका घर बर्बाद हो जाता है।

छठा चरण (Sixth Stanza) 🖋�

फिर इक्थियोलॉजिस्ट आते हैं,
उनके जीवन को वो बचाते हैं।
वैज्ञानिक बन, करते हैं अध्ययन,
उनके हर रहस्य को जानते हैं।

अर्थ: तब मत्स्य वैज्ञानिक आते हैं और वे मछलियों के जीवन को बचाते हैं। वे वैज्ञानिक बनकर उनका अध्ययन करते हैं और उनके हर रहस्य को समझते हैं।

सातवाँ चरण (Seventh Stanza) 🖋�

आओ हम सब मिलकर ठानें,
जल के जीवन को हम पहचानें।
न हो प्रदूषण, न हो शिकार,
प्रकृति के इस वरदान को जानें।

अर्थ: आइए हम सब मिलकर यह तय करें कि हम जलीय जीवन के महत्व को पहचानेंगे। न प्रदूषण होने देंगे, न ही मछलियों का शिकार करेंगे। प्रकृति के इस वरदान को समझकर उसकी रक्षा करेंगे।

📝 इमोजी सारांश (Emoji Saransh) 📝
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--अतुल परब
--दिनांक-09.09.2025-मंगळवार.
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