जगुआर:-✨ हिंदी कविता: जगुआर की दहाड़ ✨-🐆➡️🌳➡️💧➡️🦴➡️🚫➡️🆘➡️🙏

Started by Atul Kaviraje, September 10, 2025, 09:22:48 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

🌎 विश्वकोश - जगुआर: अमेरिका का एक विशाल, धब्बेदार शिकारी बिल्ली 🐆-

✨ हिंदी कविता: जगुआर की दहाड़ ✨-

पहला चरण (First Stanza) 🖋�

जंगल का राजा, न कोई शोर,
आया जगुआर, बनकर चोर।
काले धब्बे, पीली सी खाल,
शक्ति का वो अद्भुत सा ठौर।

अर्थ: जगुआर जंगल का राजा है, जो बिना किसी शोर के चुपचाप शिकार करता है। उसका शरीर पीले रंग का होता है जिस पर काले धब्बे होते हैं, और वह शक्ति का एक अद्भुत उदाहरण है।

दूसरा चरण (Second Stanza) 🖋�

बिजली-सी उसकी चाल है,
पैरों में छुपा कमाल है।
पत्तों पर भी न आहट हो,
ऐसा उसका हुनर बेमिसाल है।

अर्थ: उसकी चाल बिजली की तरह तेज़ है और उसके पैरों में अद्भुत कौशल है। जब वह चलता है तो पत्तों से भी कोई आवाज़ नहीं आती, उसका यह हुनर बेमिसाल है।

तीसरा चरण (Third Stanza) 🖋�

नदियों में भी वो है घर का,
न कोई डर, न किसी का।
मगरमच्छ भी जब देखे उसे,
छुप जाए डर के मारे, हाँ।

अर्थ: वह नदियों में भी आराम से रहता है और उसे पानी का कोई डर नहीं है। यहाँ तक कि मगरमच्छ भी उसे देखकर डर के मारे छुप जाते हैं।

चौथा चरण (Fourth Stanza) 🖋�

शिकार करे वो सिर को भेद कर,
कोई न बचे उसकी ताकत देख कर।
एक ही झटके में काम तमाम,
चुपके से आए, छिपकर देख कर।

अर्थ: वह अपने शिकार के सिर को छेद कर मारता है और उसकी ताकत देखकर कोई नहीं बचता। वह चुपके से आता है और एक ही झटके में शिकार को मार डालता है।

पाँचवाँ चरण (Fifth Stanza) 🖋�

आवाज़ें उसकी गूंजती नहीं,
पर डर से दिल ये दहलते हैं।
वो अकेला ही है चलता,
जब सारी दुनिया सो जाती है।

अर्थ: जगुआर की दहाड़ अक्सर सुनाई नहीं देती, लेकिन उसके होने के एहसास से ही दिल डरने लगते हैं। वह अकेला ही चलता है और शिकार करता है जब सारी दुनिया सोई रहती है।

छठा चरण (Sixth Stanza) 🖋�

पर इंसान जब जंगल काटे,
उसके घर का वो रास्ता बाँटे।
शिकारियों की लालच बढ़े,
जीवन उसका धीरे-धीरे सिमटे।

अर्थ: लेकिन जब इंसान जंगलों को काटता है, तो जगुआर के घर को टुकड़ों में बाँट देता है। जब शिकारियों का लालच बढ़ता है, तो उसका जीवन धीरे-धीरे खत्म होने लगता है।

सातवाँ चरण (Seventh Stanza) 🖋�

आओ मिलकर उसको बचाएं,
उसके जीवन को फिर से सजाएँ।
वो है प्रकृति का अद्भुत वरदान,
उसके बिन ये जंगल सूना हो जाए।

अर्थ: हमें मिलकर जगुआर को बचाना चाहिए और उसके जीवन को फिर से सुरक्षित करना चाहिए। वह प्रकृति का एक अद्भुत वरदान है और उसके बिना ये जंगल सूना हो जाएगा।

📝 इमोजी सारांश (Emoji Saransh) 📝
🐆➡️🌳➡️💧➡️🦴➡️🚫➡️🆘➡️🙏

--अतुल परब
--दिनांक-10.09.2025-बुधवार.
===========================================