संकष्टी चतुर्थी: संकटों को हरने वाली चतुर्थी 💖🙏🐘-कविता: संकष्टी का चाँद 🌙✨-

Started by Atul Kaviraje, September 11, 2025, 02:58:51 PM

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Atul Kaviraje

संकष्ट चतुर्थी-

संकष्टी चतुर्थी: संकटों को हरने वाली चतुर्थी 💖🙏🐘-

हिंदी कविता: संकष्टी का चाँद 🌙✨-

चरण 1
गणेश विघ्नहर्ता प्यारे,
संकट हरने वाले न्यारे।
अमावस की चाँदनी रात,
करते सबकी पूरी बात।
अर्थ: यह चरण भगवान गणेश को विघ्नहर्ता के रूप में समर्पित है, जो हमारे सभी संकटों को दूर करते हैं। वे अमावस्या की रात में भी चाँदनी की तरह चमकते हैं और सभी भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी करते हैं।

चरण 2
लाल फूल और दूर्वा घास,
मोदक का है मीठा स्वाद।
करते पूजा मन से आज,
खुशियाँ देते सारे काज।
अर्थ: इस चरण में पूजा की सामग्री - लाल फूल, दूर्वा और मोदक का वर्णन है। यह बताता है कि मन से की गई पूजा सभी कार्यों में खुशियाँ लाती है।

चरण 3
सूंड हिलाए कान हिलाए,
मूषक पर वो दौड़ लगाए।
बुद्धि और ज्ञान का सागर,
भरते सबका खाली गागर।
अर्थ: यहाँ भगवान गणेश के रूप का वर्णन है, जो अपनी सूंड और कान हिलाते हैं और अपने वाहन मूषक पर सवार होकर आते हैं। वे ज्ञान के सागर हैं और सभी भक्तों की झोलियाँ खुशियों से भर देते हैं।

चरण 4
करते हम उपवास का पालन,
मन में लेते उनका नाम।
दुख सारे वो दूर भगाते,
सुख की राह दिखाते जाते।
अर्थ: यह बताता है कि व्रत के दौरान हम भगवान का नाम लेते हैं, और वे हमारे सभी दुखों को दूर भगाकर हमें सुख का मार्ग दिखाते हैं।

चरण 5
चाँद जब आए आकाश में,
झिलमिल तारों के पास में।
अर्घ्य देकर व्रत को खोले,
खुश होकर सब जय जय बोले।
अर्थ: इस चरण में चंद्रोदय का वर्णन है। जब चाँद आकाश में आता है, तब अर्घ्य देकर व्रत खोला जाता है और सभी खुशी से भगवान की जय-जयकार करते हैं।

चरण 6
बच्चों का है मन खुश होता,
बुजुर्गों का दुख सब खोता।
संकष्टी का शुभ त्यौहार,
भर दे सब में एक प्यार।
अर्थ: यह बताता है कि यह त्यौहार बच्चों और बड़ों, दोनों को खुशी देता है। यह सभी के दुखों को दूर करता है और सबके मन में प्रेम भर देता है।

चरण 7
सबको देता है शुभ फल,
हर लेता है कल और कल।
गणेश की महिमा है न्यारी,
सबसे है उसकी दुनिया प्यारी।
अर्थ: यह चरण बताता है कि भगवान गणेश सभी को शुभ फल देते हैं और उनके कल और कल के सभी दुखों को हर लेते हैं। उनकी महिमा अद्वितीय है और उनके लिए पूरी दुनिया प्रिय है।

--अतुल परब
--दिनांक-10.09.2025-बुधवार.
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