माउंट मेरी जत्रा: भक्ति और एकता का उत्सव- रविवार, १४ सितंबर, २०२५-

Started by Atul Kaviraje, September 15, 2025, 04:18:32 PM

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Atul Kaviraje

माउंट मेरी जत्रा-वांद्रे, मुंबई-

माउंट मेरी जत्रा: भक्ति और एकता का उत्सव-

आज, रविवार, १४ सितंबर, २०२५, मुंबई के बांद्रा में प्रसिद्ध माउंट मेरी जत्रा शुरू हो रही है। यह उत्सव हर साल सितंबर महीने के दूसरे रविवार को, मदर मेरी के जन्मोत्सव के दिन शुरू होता है और एक हफ्ते तक चलता है। यह केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह मुंबई की विविध संस्कृति और एकता का प्रतीक है। इस जत्रा में सिर्फ ईसाई ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लोग एक साथ आकर भक्ति और श्रद्धा के साथ इस उत्सव में भाग लेते हैं। 🙏⛪✨

माउंट मेरी जत्रा: १० प्रमुख बिंदु

जत्रा का इतिहास और महत्त्व:

इस जत्रा का इतिहास लगभग ३०० साल पुराना है।

माना जाता है कि १७०० के दशक में पुर्तगाली जेसुइट्स ने यहाँ एक छोटा चर्च बनवाया था।

यह जत्रा मदर मेरी के जन्मोत्सव के दिन मनाई जाती है और इसे 'फीस्ट ऑफ अवर लेडी ऑफ द माउंट' भी कहते हैं।

जत्रा का मुख्य आकर्षण बांद्रा का माउंट मेरी चर्च है, जो एक पहाड़ी पर बना हुआ है। 🏞�

माउंट मेरी चर्च:

यह चर्च १४ सितंबर से शुरू होने वाले एक सप्ताह के 'बांद्रा फेस्ट' का केंद्र है।

इस चर्च को 'बेसिलिका ऑफ अवर लेडी ऑफ द माउंट' भी कहते हैं।

यह चर्च मुंबई के सबसे पुराने और प्रसिद्ध चर्चों में से एक है। 🏛�

श्रद्धालुओं की आस्था:

श्रद्धालुओं की ऐसी मान्यता है कि इस स्थान पर प्रार्थना करने से उनकी इच्छाएँ पूरी होती हैं।

बहुत से लोग यहाँ मोमबत्तियाँ और फूलों की मालाएँ चढ़ाते हैं और अपनी मन्नत माँगते हैं। 🕯�🌹

श्रद्धालु विशेष रूप से स्वास्थ्य और परिवार के सुख की कामना करते हैं।

उत्सव का स्वरूप:

इस जत्रा में कई तरह के स्टॉल लगते हैं, जिनमें खाने-पीने की चीजें, खिलौने, मोमबत्तियाँ, धार्मिक वस्तुएँ और उपहार मिलते हैं। 🎠🌭

यह जगह खाने के शौकीनों के लिए स्वर्ग है, जहाँ विभिन्न प्रकार के व्यंजन उपलब्ध होते हैं।

सांस्कृतिक एकता:

इस जत्रा में सिर्फ ईसाई ही नहीं, बल्कि हिंदू, मुस्लिम, सिख और अन्य धर्मों के लोग भी बड़ी संख्या में आते हैं।

यह सामाजिक एकता और सद्भाव का एक उत्तम उदाहरण है। 🤝

प्रार्थना और अनुष्ठान:

जत्रा के दौरान चर्च में विशेष प्रार्थनाएँ और धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं।

सुबह और शाम को विशेष मिस्सा और भजन होते हैं, जिनमें लोग बड़ी संख्या में भाग लेते हैं। ⛪

बाजार और वस्तुएँ:

जत्रा में मिलने वाली वस्तुओं में विशेष रूप से रंगीन मोमबत्तियाँ, मदर मेरी की मूर्तियाँ, पवित्र जल और अन्य धार्मिक वस्तुएँ शामिल होती हैं।

खाने-पीने की चीजों में 'चिक्की', 'कडबुली', और विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ और स्नैक्स बहुत प्रसिद्ध हैं। 🍬🍭

सुरक्षा व्यवस्था:

जत्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं, इसलिए पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाती है।

यातायात व्यवस्था में भी बदलाव किए जाते हैं, ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो। 👮�♀️🚦

पर्यावरण का महत्त्व:

पिछले कुछ सालों से, पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया जा रहा है।

प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशेष अभियान चलाए जाते हैं। ♻️

निष्कर्ष:

माउंट मेरी जत्रा सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह मुंबई की जीवंत संस्कृति और सर्वधर्म समभाव का प्रतीक है।

यह स्थान लोगों को एक साथ लाता है और श्रद्धा, प्रेम और एकता का संदेश देता है। ❤️🌍

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-14.09.2025-रविवार.
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