सूर्य देव और 'व्रत' का जीवन पर प्रभाव- सूर्य देव की महिमा (कविता)-

Started by Atul Kaviraje, September 15, 2025, 04:31:29 PM

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Atul Kaviraje

सूर्य देव और 'व्रत' का जीवन पर प्रभाव-

सूर्य देव की महिमा (कविता)-

1. प्रथम चरण
उषा की लाली, किरणों का जाल,
सूर्य देव हैं, करते कमाल।
अज्ञान का अंधकार मिटाते हैं,
जीवन में नव प्रकाश लाते हैं।

अर्थ: सुबह की लालिमा और सूर्य की किरणें अद्भुत हैं। सूर्य देव अज्ञान के अंधेरे को दूर करते हैं और जीवन में एक नई रोशनी भर देते हैं। 🌅

2. द्वितीय चरण
रविवार का व्रत है जो करते,
संकट और रोग उनसे डरते।
तन-मन को मिलता है बल,
हर काम में होती है हलचल।

अर्थ: जो लोग रविवार का व्रत रखते हैं, उनके जीवन से संकट और बीमारियाँ दूर हो जाती हैं। उन्हें शारीरिक और मानसिक शक्ति मिलती है और वे अपने कार्यों में सफल होते हैं। ✨

3. तृतीय चरण
छठ पूजा का पावन पर्व,
सूर्य देव का है गौरव।
जल में खड़े होकर अर्घ्य देते,
पाप और कष्ट सब हर लेते।

अर्थ: छठ पूजा सूर्य देव का एक पवित्र और गौरवशाली त्योहार है। इसमें व्रती पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देते हैं, जिससे उनके पाप और सभी दुख-कष्ट दूर हो जाते हैं। 💧

4. चतुर्थ चरण
ज्ञान, बुद्धि और तेज के स्वामी,
तुम ही हो सबके अंतर्यामी।
जो तुम्हारी शरण में आते,
सुख-समृद्धि और यश पाते।

अर्थ: हे सूर्य देव, आप ज्ञान, बुद्धि और शक्ति के स्वामी हैं। आप सबके हृदय की बात जानते हैं। जो आपकी शरण में आते हैं, उन्हें सुख, समृद्धि और सम्मान की प्राप्ति होती है। 🙏

5. पंचम चरण
रोज़ सुबह जो तुम्हें जल चढ़ाए,
उसका भाग्य तुरंत चमक जाए।
नकारात्मकता दूर भाग जाए,
सकारात्मक ऊर्जा जीवन में छाए।

अर्थ: जो व्यक्ति प्रतिदिन सुबह सूर्य को जल अर्पित करता है, उसका भाग्य चमक उठता है। जीवन से सारी नकारात्मकता दूर हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। 💫

6. षष्ठम चरण
ग्रहों के तुम राजा कहलाते,
नक्षत्र भी तुमसे घबराते।
कमजोर सूर्य को तुम बलवान बनाते,
सफलता की राह तुम दिखलाते।

अर्थ: आप सभी ग्रहों के राजा हैं और नक्षत्र भी आपसे भयभीत होते हैं। आप कमजोर सूर्य ग्रह को बलवान बनाते हैं और सफलता का मार्ग दिखाते हैं। 🪐

7. सप्तम चरण
सूर्य देव हैं जीवन का सार,
पूजो इन्हें बारंबार।
जो श्रद्धा से इन्हें पूजते,
मोक्ष के द्वार हैं वो खुलते।

अर्थ: सूर्य देव जीवन का सार हैं, इसलिए उनकी बार-बार पूजा करनी चाहिए। जो लोग श्रद्धा और भक्ति के साथ उनकी पूजा करते हैं, उनके लिए मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं। 🚪

--अतुल परब
--दिनांक-14.09.2025-रविवार.
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