दशमी श्राद्ध- हिंदी कविता: श्राद्ध का भाव-

Started by Atul Kaviraje, September 17, 2025, 04:52:35 PM

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Atul Kaviraje

दशमी श्राद्ध-

हिंदी कविता: श्राद्ध का भाव-

1.
पितृ पक्ष का पावन मास है आया,
हर घर में भक्ति का दीप जलाया।
पूर्वजों को आज याद है करना,
श्रद्धा से उनका ध्यान है धरना।

अर्थ: यह पितृ पक्ष का पवित्र महीना है। हर घर में भक्ति का दीपक जल रहा है। आज हमें अपने पूर्वजों को याद करना है और श्रद्धापूर्वक उनका ध्यान करना है।

2.
दशमी तिथि का शुभ दिन आया,
पूर्वजों को हम सबने बुलाया।
जल, तिल और फूल हैं अर्पण,
उनको देते हैं आज तर्पण।

अर्थ: दशमी तिथि का शुभ दिन आया है। हम सभी ने अपने पूर्वजों को बुलाया है। हम उन्हें जल, तिल और फूल अर्पित करते हैं। आज हम उन्हें तर्पण देते हैं।

3.
पिंड बना कर उनको खिलाया,
ब्राह्मणों को आदर से बुलाया।
गौ और कौवे को भी भोजन,
सुखी रहे उनका आज जीवन।

अर्थ: हम पिंड बनाकर उन्हें भोजन कराते हैं और ब्राह्मणों को आदर से बुलाते हैं। गाय और कौवे को भी भोजन कराते हैं, ताकि उनका जीवन सुखी रहे।

4.
मन में है बस यही कामना,
पितर करें हमारी साधना।
आशीर्वाद सदा हम पर रहे,
सुख और शांति से मन बहे।

अर्थ: हमारे मन में बस यही कामना है कि हमारे पितर हमारी साधना को स्वीकार करें। उनका आशीर्वाद हमेशा हम पर रहे, और हमारा मन सुख और शांति से भरा रहे।

5.
दोष जो भी हैं, सब दूर हो जाएं,
जीवन के सारे कष्ट मिट जाएं।
उनका आशीर्वाद है शक्ति,
यही है सच्ची श्रद्धा और भक्ति।

अर्थ: हमारे सारे दोष दूर हो जाएं और जीवन के सभी कष्ट मिट जाएं। उनका आशीर्वाद ही हमारी शक्ति है। यही सच्ची श्रद्धा और भक्ति है।

6.
हर एक कण में उनकी याद है,
ये श्राद्ध नहीं, उनका प्रसाद है।
भूलें नहीं हम ये परंपरा,
बनी रहे सदा ये अमर धरा।

अर्थ: हर कण में उनकी याद बसी है। यह केवल एक श्राद्ध नहीं है, बल्कि उनका प्रसाद है। हमें इस परंपरा को कभी नहीं भूलना चाहिए, और यह धरा हमेशा अमर बनी रहे।

7.
आज का दिन है बहुत खास,
पितर हैं हमारे बहुत पास।
दिल से करो ये सारा काम,
पितरों को मिले सच्चा आराम।

अर्थ: आज का दिन बहुत खास है, क्योंकि हमारे पितर हमारे बहुत पास हैं। इस पूरे कर्म को सच्चे दिल से करो, ताकि पितरों को सच्चा आराम मिल सके।

कविता का सारांश
प्रतीक: 🙏❤️🕊�🌺✨

भाव: पितरों के प्रति श्रद्धा और प्रेम।

मुख्य विषय: श्राद्ध के अनुष्ठान और उनका महत्व।

निष्कर्ष: श्राद्ध एक भक्तिपूर्ण कर्म है जो पितरों को शांति देता है और उनका आशीर्वाद लाता है।

--अतुल परब
--दिनांक-16.09.2025-मंगळवार.
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