राष्ट्रीय सौतेला परिवार दिवस संबंध- परिवार का नया रूप-❤️👨‍👩‍👧‍👦🤝🎶

Started by Atul Kaviraje, September 17, 2025, 04:57:37 PM

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Atul Kaviraje

राष्ट्रीय सौतेला परिवार दिवस संबंध-प्रशंसा, परिवार-

हिंदी कविता: परिवार का नया रूप-

1.
परिवार का है आज नया रूप,
प्रेम और विश्वास का है धूप।
सौतेले रिश्ते भी हैं खास,
जैसे खिलती है, नई आस।

अर्थ: आज परिवार का एक नया रूप है। यह प्रेम और विश्वास की धूप की तरह है। सौतेले रिश्ते भी बहुत खास होते हैं, जैसे एक नई आशा खिलती है।

2.
नया है घर, नया है द्वार,
हर दिल में भरा है प्यार।
धीरे-धीरे बनते हैं बंधन,
जैसे महकते हैं, हर पल चंदन।

अर्थ: घर नया है, द्वार नया है, और हर दिल में प्यार भरा है। धीरे-धीरे रिश्ते बनते हैं, जैसे हर पल चंदन महकता है।

3.
चुनौतियाँ आईं, पर साथ थे खड़े,
रिश्ते और भी, मजबूत थे पड़े।
संवाद से हर मुश्किल हारी,
खुशियाँ हर पल, नई आई।

अर्थ: चुनौतियाँ आईं, लेकिन सभी साथ खड़े थे। इससे रिश्ते और भी मजबूत हो गए। संवाद से हर मुश्किल हार गई और हर पल नई खुशियाँ आईं।

4.
सौतेले माता-पिता का सम्मान,
प्यार से भरा, उनका है दाम।
बच्चों के लिए वे, हैं नए मित्र,
बनते हैं जीवन के, सच्चे चित्र।

अर्थ: सौतेले माता-पिता का सम्मान है। प्यार से भरी उनकी कीमत है। बच्चों के लिए वे नए मित्र हैं, जो जीवन के सच्चे चित्र बनाते हैं।

5.
परंपराएँ हैं, नई बनाई,
हर दिल में खुशियाँ, भर आईं।
एक साथ हैं अब सब रहते,
प्यार के गीत हैं, हर पल गाते।

अर्थ: नई परंपराएँ बनाई गई हैं। हर दिल में खुशियाँ भर आई हैं। अब सब एक साथ रहते हैं और हर पल प्यार के गीत गाते हैं।

6.
बच्चों का मन, समझ है पाना,
उन्हें प्यार से, है समझाना।
ये रिश्ता है, बहुत ही खास,
जीवन में है, नई आस।

अर्थ: बच्चों के मन को समझना चाहिए। उन्हें प्यार से समझाना चाहिए। यह रिश्ता बहुत ही खास है और जीवन में एक नई आशा लेकर आया है।

7.
आज का दिन है, बहुत ही खास,
परिवार हैं सारे, आज बहुत ही पास।
स्वीकृति और प्रेम, यही है सारा काम,
परिवार को मिले, सच्चा आराम।

अर्थ: आज का दिन बहुत खास है। सभी परिवार आज बहुत पास हैं। स्वीकृति और प्रेम ही सब कुछ है, ताकि परिवार को सच्चा आराम मिले।

कविता का सारांश
प्रतीक: ❤️👨�👩�👧�👦🤝🎶

भाव: सौतेले परिवारों के प्रति प्रेम और स्वीकृति।

मुख्य विषय: नए रिश्ते, चुनौतियाँ और एकता।

निष्कर्ष: परिवार प्यार और समर्पण से बनता है।

--अतुल परब
--दिनांक-16.09.2025-मंगळवार.
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