ओबिलिस्क (Obelisk)- शीर्षक: 'खामोश गवाह'-🗿📜🔺☀️

Started by Atul Kaviraje, September 17, 2025, 10:11:49 PM

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Atul Kaviraje

ओबिलिस्क (Obelisk)-

शीर्षक: 'खामोश गवाह'-

1. पहला चरण:
पत्थर का इक लंबा खंभा,
आसमान की ओर है बढ़ा।
पंखों से भी ऊँचा है,
धरती पर वह अटल खड़ा।
अर्थ: यह पत्थर का एक लंबा खंभा है, जो आसमान की ओर बढ़ता हुआ दिखाई देता है। यह पंखों से भी ऊँचा है और धरती पर बिना हिले-डुले खड़ा है। 🗿⬆️

2. दूसरा चरण:
ऊपर है नुकीला शीर्ष,
जैसे कोई पिरामिड हो।
सूर्य को यह प्रणाम करे,
जो जीवन का प्रतीक हो।
अर्थ: इसका ऊपरी सिरा नुकीला है, जो एक छोटे पिरामिड जैसा दिखता है। यह सूर्य देवता को प्रणाम करता हुआ प्रतीत होता है, जो जीवन का प्रतीक हैं। 🔺☀️

3. तीसरा चरण:
मिस्र की यह है कहानी,
राजाओं की यह है निशानी।
हाइरोग्लिफ़िक्स में लिखी,
इक गौरवशाली वाणी।
अर्थ: यह प्राचीन मिस्र की कहानी कहता है और वहाँ के राजाओं की निशानी है। इस पर हाइरोग्लिफ़िक्स में एक गौरवशाली कहानी लिखी गई है। 📜🇪🇬

4. चौथा चरण:
रोम ले गए कुछ राजा,
पेरिस में भी है यह सजा।
लंदन और न्यूयॉर्क में भी,
विश्व भर में यह है छाया।
अर्थ: कुछ ओबिलिस्क को रोमन सम्राट रोम ले गए। यह पेरिस में भी सजा हुआ है और लंदन और न्यूयॉर्क में भी पाया जाता है, इस तरह यह दुनिया भर में फैल गया है। 🇮🇹🇫🇷🇬🇧🇺🇸

5. पांचवां चरण:
ना कोई बोलता है,
ना कोई सुनता है।
फिर भी युगों की बातें,
खामोशी से कहता है।
अर्थ: यह न तो बोलता है और न ही सुनता है, फिर भी यह युगों पुरानी कहानियाँ चुपचाप बताता है। 🤫

6. छठा चरण:
शक्ति और अमरता का,
यह है सच्चा प्रतीक।
अतीत की महिमा गाता,
जो दिखता है हर एक को ठीक।
अर्थ: यह शक्ति और अमरता का सच्चा प्रतीक है। यह अतीत की महानता के बारे में बताता है, जिसे हर कोई आसानी से देख सकता है। 💪✨

7. सातवां चरण:
चलो हम सब जानें,
इतिहास की यह कला।
जो सदियों से खड़ी है,
देखकर सबको है चकित किया।
अर्थ: हमें इतिहास की इस कला के बारे में जानना चाहिए। यह कला जो सदियों से खड़ी है और इसे देखने वाले हर व्यक्ति को चकित करती है। 🏛�🤯

कविता का सारांश:
यह कविता ओबिलिस्क के महत्व, उसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्रतीकात्मक अर्थ को सरल शब्दों में बताती है। यह बताती है कि कैसे ये स्मारक सदियों से इतिहास के मूक गवाह बने हुए हैं। 🗿📜

--अतुल परब
--दिनांक-17.09.2025-बुधवार.
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