विष्णु के राज्य में लक्ष्मी और सरस्वती के बीच सामंजस्य-लक्ष्मी और सरस्वती संगम-

Started by Atul Kaviraje, September 18, 2025, 04:50:28 PM

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Atul Kaviraje

विष्णु के राज्य में लक्ष्मी और सरस्वती के बीच सामंजस्य-

हिंदी कविता: लक्ष्मी और सरस्वती का संगम-

1.
विष्णु के धाम में, अद्भुत लीला,
सरस्वती और लक्ष्मी, दोनों हैं नीला।
ज्ञान और धन का, अद्भुत संगम,
जीवन में लाए, सुख और संयम।

अर्थ: विष्णु के धाम में एक अद्भुत लीला है, जहां सरस्वती और लक्ष्मी दोनों का वास है। ज्ञान और धन का यह अद्भुत संगम जीवन में सुख और संयम लाता है।

2.
लक्ष्मी हैं धन की, वो देवी महान,
सुख और समृद्धि, उनका है दान।
घर में उनके, वैभव है बसता,
जीवन का हर कोना, है वो सजाता।

अर्थ: लक्ष्मी धन की महान देवी हैं, जो सुख और समृद्धि का दान करती हैं। उनके आशीर्वाद से घर में वैभव बसता है और जीवन का हर कोना सज जाता है।

3.
सरस्वती हैं ज्ञान की, वो रानी,
संगीत और कला, उनकी कहानी।
बुद्धि और विवेक, देती हैं वो,
अज्ञान का अंधकार, दूर करती हैं वो।

अर्थ: सरस्वती ज्ञान की रानी हैं, जिनकी कहानी संगीत और कला से भरी है। वे बुद्धि और विवेक देती हैं और अज्ञान का अंधकार दूर करती हैं।

4.
बिना ज्ञान के, धन है अधूरा,
बिना धन के, ज्ञान है अधूरा।
विष्णु के चरणों में, सब हैं समान,
दोनों का ही वहाँ, होता सम्मान।

अर्थ: ज्ञान के बिना धन अधूरा है और धन के बिना ज्ञान अधूरा है। विष्णु के चरणों में सब समान हैं और दोनों का ही सम्मान होता है।

5.
सच्चा ज्ञान जब, साथ में हो धन,
मिलकर करें, वो पुण्य और भजन।
समाज की सेवा, जब हो हमारा काम,
मिलेगा सबको, सच्चा आराम।

अर्थ: जब सच्चे ज्ञान के साथ धन होता है, तो दोनों मिलकर पुण्य और भजन करते हैं। जब समाज की सेवा हमारा काम हो, तो सबको सच्चा आराम मिलेगा।

6.
कला और व्यापार, का है ये मेल,
जीवन का है ये, अद्भुत खेल।
दोनों का होना, है बहुत जरूरी,
वरना यह जीवन, है अधूरा।

अर्थ: यह कला और व्यापार का मेल है, और यह जीवन का एक अद्भुत खेल है। दोनों का होना बहुत जरूरी है, नहीं तो यह जीवन अधूरा है।

7.
लक्ष्मी और सरस्वती, दोनों की पूजा,
जब हो एक साथ, तभी हो सूझा।
जीवन में लाए, समृद्धि और ज्ञान,
यही है असली, सच्चा सम्मान।

अर्थ: जब लक्ष्मी और सरस्वती की पूजा एक साथ होती है, तभी सही मार्ग सूझता है। यह जीवन में समृद्धि और ज्ञान लाता है, और यही असली सम्मान है।

कविता का सारांश
प्रतीक: 🙏💰📖✨

भाव: लक्ष्मी और सरस्वती के सामंजस्य का महत्व।

मुख्य विषय: धन और ज्ञान का संतुलन।

निष्कर्ष: दोनों देवियाँ मिलकर जीवन को परिपूर्ण बनाती हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-17.09.2025-बुधवार..
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