गुरु पुष्यामृत: ज्ञान, समृद्धि और शुभता का महापर्व-🙏✨🚀💰💍🧘‍♂️💖💡🎁💊💪🌺

Started by Atul Kaviraje, September 19, 2025, 05:43:05 PM

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Atul Kaviraje

गुरु पुष्यामृत-

गुरु पुष्यामृत: ज्ञान, समृद्धि और शुभता का महापर्व-

गुरु पुष्यामृत पर एक सुंदर कविता-

चरण 1:
गुरुवार और पुष्य का, जब सुंदर संयोग बने,
जीवन में खुशहाली का, तब एक नया योग बने।
गुरु पुष्यामृत का यह दिन, है शुभता का भंडार,
ज्ञान, भक्ति और समृद्धि, लाए जीवन में अपार।

अर्थ: जब गुरुवार और पुष्य नक्षत्र का सुंदर संयोग बनता है, तब जीवन में खुशहाली का एक नया योग बनता है। गुरु पुष्यामृत का यह दिन शुभता का भंडार है, जो जीवन में ज्ञान, भक्ति और समृद्धि लाता है। 🙏✨

चरण 2:
बृहस्पति देव की कृपा, पुष्य नक्षत्र का साथ,
शुभ कार्य के लिए मिलता, एक सुनहरा हाथ।
नए काम की शुरुआत हो, या हो कोई व्यापार,
सफलता की राह खुलती, हर ओर से अपार।

अर्थ: बृहस्पति देव की कृपा और पुष्य नक्षत्र का साथ मिलता है, जिससे शुभ कार्यों के लिए एक सुनहरा अवसर मिलता है। चाहे नए काम की शुरुआत हो या कोई व्यापार, सफलता की राह हर तरफ से खुलती है। 🚀💰

चरण 3:
सोना, चांदी और गहने, खरीदना शुभ माना जाए,
संपत्ति और घर में, सुख और समृद्धि आए।
धार्मिक अनुष्ठान और पूजा, देती है मन को शांति,
इस दिन के पुण्य से मिटती, हर तरह की भ्रांति।

अर्थ: सोना, चांदी और गहने खरीदना शुभ माना जाता है, जिससे संपत्ति और घर में सुख-समृद्धि आती है। धार्मिक अनुष्ठान और पूजा करने से मन को शांति मिलती है और इस दिन के पुण्य से हर तरह की भ्रांति दूर होती है। 💍🧘�♂️

चरण 4:
गुरुओं का सम्मान करो, उनका आशीर्वाद पाओ,
जीवन की हर कठिनाई से, तुम मुक्ति पाओ।
ज्ञान का दीप जलाओ, अज्ञान को दूर भगाओ,
गुरु पुष्यामृत का लाभ, तुम दिल से उठाओ।

अर्थ: अपने गुरुओं का सम्मान करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करें, जिससे जीवन की हर कठिनाई से मुक्ति मिलेगी। ज्ञान का दीपक जलाकर अज्ञान को दूर भगाएं और गुरु पुष्यामृत का लाभ सच्चे मन से उठाएं। 💖💡

चरण 5:
दान-दक्षिणा से पुण्य का, खाता तुम बढ़ाओ,
गरुड़ पुराण में लिखा, इसे तुम आजमाओ।
पीले वस्त्र और अनाज का, दान करो इस दिन,
बृहस्पति प्रसन्न हों, दूर हों सारे दुख-गिन।

अर्थ: दान-दक्षिणा से पुण्य का खाता बढ़ाएं, जैसा कि गरुड़ पुराण में लिखा है। इस दिन पीले वस्त्र और अनाज का दान करें, जिससे बृहस्पति प्रसन्न होंगे और सारे दुख दूर होंगे। 🎁💰

चरण 6:
इस दिन औषधि का सेवन, देता है नया जीवन,
रोगों से मुक्ति मिलती, तन और मन दोनों को।
ज्योतिष में यह योग, है एक वरदान की तरह,
हर बाधा को दूर करे, हर मुश्किल से लड़े।

अर्थ: इस दिन औषधि का सेवन नया जीवन देता है और तन और मन दोनों को रोगों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिष में यह योग एक वरदान की तरह है, जो हर बाधा को दूर करता है और हर मुश्किल से लड़ता है। 💊💪

चरण 7:
गुरु पुष्यामृत का यह पर्व, हमें अवसर देता है,
जीवन को सही दिशा में, आगे बढ़ने का रास्ता देता है।
यह सिर्फ एक तिथि नहीं, यह एक आशा है,
हर शुभ कार्य के लिए, यह एक परिभाषा है।

अर्थ: गुरु पुष्यामृत का यह पर्व हमें जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ाने का अवसर देता है। यह सिर्फ एक तिथि नहीं, यह एक आशा है और हर शुभ कार्य के लिए एक परिभाषा है। 🌺✨

कविता सार: 🙏✨🚀💰💍🧘�♂️💖💡🎁💊💪🌺

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-18.09.2025-गुरुवार.
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