छात्रों में बढ़ता तनाव और मानसिक स्वास्थ्य: एक गंभीर समस्या और समाधान-😥📚👨‍👩‍

Started by Atul Kaviraje, September 19, 2025, 05:44:38 PM

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Atul Kaviraje

छात्रों में बढ़ता तनाव और मानसिक स्वास्थ्य-

छात्रों में बढ़ता तनाव और मानसिक स्वास्थ्य: एक गंभीर समस्या और समाधान-

छात्रों में बढ़ते तनाव पर एक कविता-

चरण 1:
किताबों का बोझ, सपनों का आसमान,
छात्रों के दिल में, ये कैसा तूफान?
परीक्षा का डर, अंकों की होड़,
बचपन खोया कहीं, रिश्तों का ये मोड़।

अर्थ: किताबों के बोझ और बड़े-बड़े सपनों के बीच, छात्रों के मन में कैसा तूफान चल रहा है? परीक्षा के डर और अंकों की होड़ में उनका बचपन कहीं खो गया है और रिश्तों में भी बदलाव आ रहा है। 😥📚

चरण 2:
माता-पिता की चाह, समाज का दबाव,
छोटे-छोटे कंधों पर, ये कैसा भार?
खुद से ही तुलना, औरों से भी होड़,
मन की शांति कहीं, जाती हुई है दौड़।

अर्थ: माता-पिता की इच्छाएं और समाज का दबाव, इन सब का बोझ छोटे-छोटे कंधों पर है। खुद से और दूसरों से तुलना करने की इस दौड़ में, मन की शांति कहीं खो गई है। 👨�👩�👧�👦😔

चरण 3:
रात भर जागना, सुबह फिर वही राह,
नींद अधूरी, सपनों की ना कोई परवाह।
मोबाइल की दुनिया में, खोए हुए हैं ये,
खुद से दूर, ना जाने कहाँ जा रहे हैं ये।

अर्थ: रात भर जागकर पढ़ाई करना और सुबह फिर उसी रास्ते पर निकल पड़ना, इससे नींद पूरी नहीं हो रही और सपनों की कोई परवाह नहीं है। मोबाइल की दुनिया में खोकर वे खुद से दूर होते जा रहे हैं। 😴📱

चरण 4:
चिड़चिड़ापन और गुस्सा, मन में है निराशा,
हर पल लगती है, जैसे सब कुछ है अधूरा।
पढ़ाई में मन नहीं, ध्यान भटक रहा है,
कोई नहीं सुनता, मन बहुत थक रहा है।

अर्थ: मन में चिड़चिड़ापन, गुस्सा और निराशा है। हर पल ऐसा लगता है जैसे सब कुछ अधूरा है। पढ़ाई में मन नहीं लग रहा और मन भटक रहा है। कोई सुनने वाला नहीं है, इसलिए मन बहुत थक चुका है। 😠📉

चरण 5:
आओ मिलकर, एक नया रास्ता बनाएँ,
अंकों से बढ़कर, हम उन्हें इंसान बनाएँ।
उनकी खुशी है जरूरी, उनकी मुस्कान है प्यारी,
जिंदगी की दौड़ में, न हो कोई लाचारी।

अर्थ: आइए हम सब मिलकर एक नया रास्ता बनाएं। सिर्फ अंकों के बजाय हम उन्हें अच्छा इंसान बनाने पर ध्यान दें। उनकी खुशी और मुस्कान जरूरी है, ताकि जिंदगी की इस दौड़ में कोई भी लाचार न महसूस करे। 😊❤️

चरण 6:
बातचीत का पुल बनाओ, डर को दूर भगाओ,
मन की हर बात को, उनसे खुलके बताओ।
उनका साथ दो तुम, हर कदम पर खड़े हो,
उन्हें लगे कि वे अकेले नहीं, तुम उनके लिए बड़े हो।

अर्थ: बातचीत का पुल बनाकर डर को दूर भगाओ। मन की हर बात उनसे खुलकर बताओ। हर कदम पर उनका साथ दो, ताकि उन्हें लगे कि वे अकेले नहीं हैं और तुम हमेशा उनके साथ हो। 🤝💬

चरण 7:
योग, खेल और कला, जीवन में लाओ,
एक स्वस्थ मन और शरीर, तुम पाओ।
सकारात्मक सोच से, हर मुश्किल को जीतो,
जीवन को एक नए रंग से, फिर से तुम लिखो।

अर्थ: योग, खेल और कला को अपने जीवन में लाओ, जिससे तुम एक स्वस्थ मन और शरीर पाओगे। सकारात्मक सोच से हर मुश्किल को जीतो और अपने जीवन को एक नए रंग से फिर से लिखो। 🧘�♂️🎨🌈

कविता सार: 😥📚👨�👩�👧�👦😔😴😠📉😊❤️🤝💬🧘�♂️🎨🌈

--अतुल परब
--दिनांक-18.09.2025-गुरुवार.
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