आंतरिक शांति के साधन के रूप में देवी सरस्वती के संगीत और कला का उपयोग-🙏🎶🦢⚪📖

Started by Atul Kaviraje, September 20, 2025, 05:40:52 PM

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Atul Kaviraje

आंतरिक शांति के साधन के रूप में देवी सरस्वती के संगीत और कला का उपयोग-

देवी सरस्वती पर एक सुंदर कविता-

चरण 1:
वीणा के तार से, ज्ञान की गंगा बहे,
माँ सरस्वती की महिमा, हर दिल कहे।
तुम संगीत की देवी, तुम कला का वरदान,
तुम्हारे आने से ही, जग में आया ज्ञान।

अर्थ: हे माँ सरस्वती, आपकी वीणा के तारों से ज्ञान की गंगा बहती है, और हर दिल आपकी महिमा कहता है। आप संगीत और कला का वरदान हैं, और आपके आने से ही जग में ज्ञान आया है। 🙏🎶

चरण 2:
श्वेत वस्त्र धारिणी, हंस पर हो सवार,
तुम देती हो सबको, विवेक का उपहार।
ज्ञान की पुस्तक हाथ में, माला का है साथ,
सच्ची राह दिखाती, तुम हर पल हर रात।

अर्थ: आप श्वेत वस्त्र धारण करती हैं और हंस पर सवार हैं। आप सबको विवेक का उपहार देती हैं। आपके हाथ में ज्ञान की पुस्तक और माला है, जो हमें हर पल और हर रात सच्ची राह दिखाती है। 🦢⚪

चरण 3:
जब मन हो व्याकुल, और दिल में हो शोर,
तुम्हारी वीणा की ध्वनि, खींचे मन को अपनी ओर।
शांति का सागर, तुम्हारे संगीत में है,
हर तनाव को मिटाए, वो ऐसी एक लहर है।

अर्थ: जब मन परेशान और दिल में शोर हो, तो आपकी वीणा की ध्वनि मन को अपनी ओर खींच लेती है। आपके संगीत में शांति का सागर है, जो हर तनाव को मिटा देता है। 😌🎶

चरण 4:
कला के रूप में, तुम हर जगह हो,
रंगों में, शब्दों में, और नृत्यों में हो।
तुम हमारी भावनाओं को, देती हो एक आकार,
कला ही है वो जरिया, जो मन से करती है प्यार।

अर्थ: आप कला के रूप में हर जगह मौजूद हैं, चाहे वो रंगों में हो, शब्दों में हो या नृत्यों में। आप हमारी भावनाओं को एक आकार देती हैं, और कला ही वो जरिया है जो हमारे मन से प्यार करती है। 🎨💖

चरण 5:
तुम सिखाती हो हमें, ज्ञान का सही उपयोग,
धन से बढ़कर है, यह एक सुखद योग।
सच्ची समृद्धि वही है, जो मन को शांत रखे,
तुम्हारी कृपा से ही, ये जीवन है चमके।

अर्थ: आप हमें ज्ञान का सही उपयोग करना सिखाती हैं। यह धन से बढ़कर एक सुखद योग है। सच्ची समृद्धि वही है जो मन को शांत रखती है, और आपकी कृपा से ही यह जीवन चमकता है। 💡🌈

चरण 6:
तुम्हारी साधना, सिर्फ पूजा नहीं,
हर रचनात्मक कार्य में, है तुम्हारी पूजा सही।
जब कोई कलाकार, करता है अपनी कला से प्रेम,
तो वह तुम्हारे साथ, हो जाता है एक।

अर्थ: आपकी साधना सिर्फ पूजा नहीं है। हर रचनात्मक कार्य में आपकी सही पूजा होती है। जब कोई कलाकार अपनी कला से प्रेम करता है, तो वह आपके साथ एक हो जाता है। 🖌�🌟

चरण 7:
हे माँ सरस्वती, ये वंदन स्वीकार करो,
हमारे जीवन को, ज्ञान से भरपूर करो।
संगीत और कला से, हमारा मन शांत रहे,
हर क्षण हम तुम्हारे, चरणों में रहें।

अर्थ: हे माँ सरस्वती, हमारा यह वंदन स्वीकार करें। हमारे जीवन को ज्ञान से भरपूर करें। संगीत और कला से हमारा मन शांत रहे, और हम हर क्षण आपके चरणों में रहें। 🙏🌺

कविता सार: 🙏🎶🦢⚪📖🎨😌💡🌈🖌�🌟🌺

--अतुल परब
--दिनांक-19.09.2025-शुक्रवार.
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