लैंगिक शिक्षा और समाज पर इसका प्रभाव 📚- कविता: नई सुबह का सूरज ☀️-📚🧠💖🤝🛡️

Started by Atul Kaviraje, September 21, 2025, 04:46:00 PM

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Atul Kaviraje

लैंगिक शिक्षा और समाज पर इसका प्रभाव-

लैंगिक शिक्षा और समाज पर इसका प्रभाव 📚-

कविता: नई सुबह का सूरज ☀️-

१.
ज्ञान का दीपक जलाएं हम,
भ्रांतियों को दूर भगाएं।
लैंगिक शिक्षा का महत्व समझें,
एक स्वस्थ समाज बनाएं।
📚
अर्थ: हम ज्ञान का दीपक जलाकर भ्रांतियों को दूर भगाएंगे। लैंगिक शिक्षा का महत्व समझकर एक स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे।

२.
शरीर के बदलाव समझें हम,
मन में ना हो कोई संशय।
अच्छे-बुरे का ज्ञान हो,
जीवन में ना हो कोई भय।
🧠
अर्थ: हम शरीर में होने वाले बदलावों को समझेंगे, मन में कोई संदेह नहीं रहेगा। अच्छे और बुरे का ज्ञान होगा, जिससे जीवन में कोई डर नहीं रहेगा।

३.
सहमति का पाठ पढ़ाएं,
सम्मान की भाषा सीखें।
रिश्तों में हो प्यार और विश्वास,
एक-दूजे की भावना को समझें।
💖
अर्थ: हम सहमति का पाठ पढ़ाएंगे और सम्मान की भाषा सीखेंगे। रिश्तों में प्यार और विश्वास होगा, जिससे हम एक-दूसरे की भावनाओं को समझ पाएंगे।

४.
लैंगिक समानता का हो प्रचार,
ना कोई छोटा, ना कोई बड़ा।
मानवता ही सबसे बड़ा धर्म,
यही है इस शिक्षा का सार।
🤝
अर्थ: लैंगिक समानता का प्रचार हो, कोई छोटा या बड़ा न हो। मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है, यही इस शिक्षा का सार है।

५.
सुरक्षा की हो यह ढाल,
रोगों से करे हमारी रक्षा।
अनचाहे गर्भ से बचाए,
यही है इस ज्ञान की शिक्षा।
🛡�
अर्थ: यह ज्ञान हमारी सुरक्षा की ढाल है, जो रोगों से हमारी रक्षा करता है। यह हमें अनचाहे गर्भ से बचाता है।

६.
खुले मन से बात करें हम,
माता-पिता और बच्चों के बीच।
सही जानकारी हो हर घर में,
ना रहे कोई भी अनभिज्ञ।
🏡
अर्थ: हम माता-पिता और बच्चों के बीच खुले मन से बात करेंगे। हर घर में सही जानकारी होगी, जिससे कोई भी अनजान नहीं रहेगा।

७.
लैंगिक शिक्षा है एक नई सुबह,
लाएगी समाज में क्रांति।
दूर होगी हर गलतफहमी,
और छाएगी सुख और शांति।
🕊�
अर्थ: लैंगिक शिक्षा एक नई सुबह है, जो समाज में क्रांति लाएगी। हर गलतफहमी दूर होगी और सुख तथा शांति छा जाएगी।

इमोजी सारांश: 📚🧠💖🤝🛡�🏡🕊�

--अतुल परब
--दिनांक-20.09.2025-शनिवार.
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