सयाजी महाराज नवरात्रोत्सव, रोहणा (बुलढाणा): श्रद्धा और भक्ति का संगम-💖🙏✨💃🏹🤝

Started by Atul Kaviraje, September 23, 2025, 09:02:31 PM

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Atul Kaviraje

सयाजी महाराज नवरात्रोत्सव-रोहणा-बुलढाणा-

सयाजी महाराज नवरात्रोत्सव, रोहणा (बुलढाणा): श्रद्धा और भक्ति का संगम-

सयाजी महाराज नवरात्रोत्सव पर हिंदी कविता-

(१)

रोहणा गांव में उत्सव आया,
सयाजी मां का जयकारा गाया।
भक्ति का रंग छाया,
खुशियों का भंडार लाया।

(अर्थ): यह चरण बताता है कि रोहणा गांव में सयाजी मां का उत्सव आया है, जिसमें उनका जयकारा गाया जाता है। भक्ति का रंग छाया है और खुशियों का भंडार आया है।

(२)

नौ दिन का पावन पर्व,
मां की विशेष पूजा।
हर चेहरे पर खुशी,
मन में नहीं कोई दूजा।

(अर्थ): इस चरण में नौ दिनों के पवित्र त्योहार का वर्णन है, जिसमें मां की विशेष पूजा होती है। इस समय हर किसी के चेहरे पर खुशी होती है और मन में कोई और भाव नहीं होता।

(३)

घटस्थापना का शुभ मुहूर्त,
मंदिर सजा हुआ।
दीपों की जगमग,
हर मन को भाया।

(अर्थ): यहां घटस्थापना के शुभ समय और सजे हुए मंदिर का जिक्र है, जहां दीपों की जगमग सभी के मन को भाती है।

(४)

गरबा और डांडिया का खेल,
खुशियों का मेल।
नृत्य में डूबे सब,
भक्ति का बहता प्रवाह।

(अर्थ): इस चरण में गरबा और डांडिया के खेल का वर्णन है, जो खुशियों का संगम है। सभी लोग भक्ति के प्रवाह में डूबकर नृत्य करते हैं।

(५)

कन्या पूजन का दिन आया,
नारी शक्ति का सम्मान।
बच्चों को भोजन कराया,
मां का आशीर्वाद पाया।

(अर्थ): यहां कन्या पूजन के दिन का जिक्र है, जब नारी शक्ति का सम्मान किया जाता है। बच्चों को भोजन कराकर मां का आशीर्वाद लिया जाता है।

(६)

दशमी पर रावण दहन हुआ,
बुराई पर अच्छाई की जीत।
सत्य की विजय हुई,
पूरी हुई हर रीत।

(अर्थ): इस चरण में विजयादशमी के दिन रावण दहन और बुराई पर अच्छाई की जीत का उल्लेख है, जिसमें सत्य की विजय होती है और सभी रीति-रिवाज पूरे होते हैं।

(७)

सयाजी मां का आशीर्वाद,
सब पर बरसे।
सुख-समृद्धि आए,
दुख सब मिटें।

(अर्थ): अंतिम चरण में मां सयाजी के आशीर्वाद की कामना की गई है, जिससे सभी पर सुख-समृद्धि बरसे और सभी दुख दूर हो जाएं।

Emoji सारांश: 💖🙏✨💃🏹🤝

--अतुल परब
--दिनांक-22.09.2025-सोमवार.
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