आश्विन मासारंभ- आश्विन मास: भक्ति और साधना का पर्व-🙏🕊️✨🏹🌺🌕🌾🍏💖

Started by Atul Kaviraje, September 24, 2025, 02:40:32 PM

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Atul Kaviraje

आश्विन मासारंभ-

आश्विन मास: भक्ति और साधना का पर्व-

आश्विन मास हिंदू पंचांग के अनुसार सातवां महीना होता है। यह महीना धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मास की शुरुआत पितृ पक्ष से होती है और इसका समापन शरद पूर्णिमा के साथ होता है। यह महीना भक्ति, दान, स्नान और ध्यान के लिए उत्तम माना जाता है, जिसमें प्रकृति भी एक नया रूप धारण करती है। 🙏🌸

१. आश्विन मास का महत्व
आश्विन मास को 'आश्विन' नाम अश्विन नक्षत्र के कारण मिला है। इस महीने में कई महत्वपूर्ण त्योहार और धार्मिक अनुष्ठान आते हैं, जो इसे विशेष बनाते हैं। यह महीना हमें प्रकृति से जुड़ने, पितरों का सम्मान करने और देवी-देवताओं की पूजा करने का अवसर प्रदान करता है।

(अ) धार्मिक महत्व: इस मास में पितृ पक्ष, नवरात्रि, दशहरा और शरद पूर्णिमा जैसे बड़े त्योहार आते हैं, जो इसे अत्यंत शुभ बनाते हैं।

(ब) आध्यात्मिक महत्व: यह मास हमें आत्मचिंतन और साधना के लिए प्रेरित करता है, जिससे मन और आत्मा की शुद्धि होती है।

२. आश्विन मास की प्रमुख तिथियां
आश्विन मास में कई महत्वपूर्ण तिथियां होती हैं, जिनका विशेष धार्मिक महत्व है।

पितृ पक्ष (पूर्णिमा से अमावस्या): यह पितरों को तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान करने का समय है। इस दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है। 🕊�

शारदीय नवरात्रि (प्रतिपदा से नवमी): यह देवी दुर्गा की नौ दिनों की पूजा-अर्चना का पर्व है। इस समय घटस्थापना, दुर्गा पूजा और कन्या पूजन किया जाता है। ✨

विजयादशमी (दशमी): यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। 🏹

शरद पूर्णिमा (पूर्णिमा): इस दिन चंद्रमा अपनी १६ कलाओं से पूर्ण होता है और चंद्रमा की किरणों से अमृत वर्षा होती है। 🌕

३. आश्विन मास में पूजा और अनुष्ठान
इस महीने में किए जाने वाले पूजा-पाठ का विशेष महत्व है।

पितृ पक्ष में श्राद्ध: पितरों को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए श्राद्ध किया जाता है।

नवरात्रि में दुर्गा पूजा: इस दौरान देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, जिससे शक्ति और समृद्धि प्राप्त होती है। 🌺

शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा: इस रात खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखने का रिवाज है, जिसे अमृत समान माना जाता है।

४. आश्विन मास में दान का महत्व
इस महीने में दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है।

अन्नदान: गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न दान करने से पुण्य प्राप्त होता है।

वस्त्रदान: वस्त्र दान करने से सुख-समृद्धि आती है।

पितरों के नाम पर दान: पितरों की आत्मा की शांति के लिए दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।

५. आश्विन मास और प्रकृति
इस मास में प्रकृति में भी विशेष परिवर्तन देखने को मिलते हैं।

मौसम: इस मास में मौसम खुशनुमा हो जाता है, जिससे प्रकृति में नई ऊर्जा का संचार होता है।

फसलें: यह मास नई फसलों की कटाई और बुवाई का समय होता है। 🌾

६. आश्विन मास में खान-पान का महत्व
इस महीने में खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

हल्का भोजन: पित्त को शांत करने के लिए हल्का और सुपाच्य भोजन करना चाहिए।

मौसमी फल: मौसमी फल और सब्जियां खाने से शरीर स्वस्थ रहता है। 🍏

७. आश्विन मास की कथाएं
इस मास से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं हैं।

पितृ पक्ष की कथा: गरुड़ पुराण में पितृ पक्ष के महत्व का वर्णन किया गया है।

दुर्गा सप्तशती: नवरात्रि में देवी दुर्गा के महात्म्य की कथा का पाठ किया जाता है।

८. आश्विन मास में यात्रा का महत्व
इस महीने में तीर्थ यात्रा करना भी शुभ माना जाता है।

गंगा स्नान: पितरों की शांति के लिए गंगा में स्नान करना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है।

तीर्थ दर्शन: इस महीने में धार्मिक स्थलों की यात्रा से मन को शांति मिलती है।

९. आश्विन मास और ज्योतिषीय महत्व
ज्योतिष की दृष्टि से भी यह मास महत्वपूर्ण है।

ग्रहों का प्रभाव: इस महीने में ग्रहों की स्थिति में परिवर्तन होता है, जो सभी राशियों पर प्रभाव डालता है।

पूजा से लाभ: ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए पूजा-पाठ और दान-पुण्य करना चाहिए।

१०. आश्विन मास का संदेश
यह मास हमें जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों का स्मरण कराता है।

सम्मान: हमें अपने पूर्वजों और बड़ों का सम्मान करना चाहिए।

भक्ति: हमें देवी-देवताओं के प्रति सच्ची भक्ति रखनी चाहिए।

अहिंसा: हमें सभी प्राणियों के प्रति दया और प्रेम का भाव रखना चाहिए। 💖

Emoji सारांश: 🙏🕊�✨🏹🌺🌕🌾🍏💖

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-22.09.2025-सोमवार.
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