भारतीय आश्विन मासारंभ: भक्ति, प्रकृति और पर्वों का संगम-1-🍂➡️🙏➡️🌾➡️🎊➡️🔱➡️🏹

Started by Atul Kaviraje, September 25, 2025, 10:18:02 AM

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Atul Kaviraje

भारतीय  अIश्विन मासारंभ-

भारतीय आश्विन मासारंभ: भक्ति, प्रकृति और पर्वों का संगम-

भारतीय पंचांग के अनुसार, आश्विन मास वर्ष का सातवां महीना है, जो चातुर्मास की समाप्ति का प्रतीक है। यह मास प्रकृति में बदलाव, भक्ति की लहर और उत्सवों के आगमन का संकेत देता है। शरद ऋतु की शुरुआत के साथ, वातावरण में एक नई ऊर्जा और ताजगी भर जाती है। यह महीना विशेष रूप से देवी दुर्गा और अन्य देवताओं की पूजा के लिए समर्पित है, और इसका आरंभ पितृ पक्ष के साथ होता है, जहाँ पूर्वजों का स्मरण किया जाता है। आश्विन मास का हर दिन, हर पर्व, हमें अपनी संस्कृति, परिवार और आध्यात्मिकता से गहराई से जोड़ता है।

1. आश्विन मास का परिचय
आश्विन, जिसे 'आसू' के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर के अनुसार सातवां महीना है। यह सामान्यतः सितंबर और अक्टूबर के महीनों के बीच आता है। यह महीना वर्षा ऋतु के समापन और शरद ऋतु के प्रारंभ का प्रतीक है। इस मास की शुरुआत से वातावरण सुखद और निर्मल हो जाता है, जिससे पर्वों के लिए एक अनुकूल माहौल बनता है।

1.1. ऋतु परिवर्तन: इस मास में न तो बहुत गर्मी होती है और न ही बहुत ठंड। मौसम सुहावना हो जाता है, जिससे प्रकृति में एक नई ताजगी आती है। 🌬�🍂

1.2. धार्मिक महत्व: यह मास विशेष रूप से धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा-पाठ के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। 🙏

2. आश्विन मासारंभ का महत्व
आश्विन मास की शुरुआत पितृ पक्ष के साथ होती है, जो पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय है। इस दौरान, लोग अपने दिवंगत पूर्वजों के लिए तर्पण और श्राद्ध करते हैं। यह श्रद्धा और सम्मान का महीना है, जहाँ हम अपनी जड़ों से जुड़ते हैं।

2.1. पितृ पक्ष: पितृ पक्ष 16 दिनों की वह अवधि है, जब परिवार के लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। 🕊�

2.2. कर्मकांड और श्रद्धा: यह पक्ष हमें सिखाता है कि हमारे पूर्वज हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं और हमें उनका सम्मान करना चाहिए। 🕯�

3. प्रमुख पर्व और त्यौहार
आश्विन मास को उत्सवों का महीना कहा जाता है। पितृ पक्ष के समापन के बाद, देवी दुर्गा की आराधना का महापर्व, शारदीय नवरात्रि, शुरू होता है।

3.1. शारदीय नवरात्रि: यह नौ दिनों का पर्व है, जहाँ देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। यह स्त्री शक्ति, वीरता और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। 🚩🔱

3.2. दशहरा (विजय दशमी): नवरात्रि के दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है, जब भगवान राम ने रावण का वध किया था। यह बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। 🏹🔥

3.3. शरद पूर्णिमा: आश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं, जो चंद्रमा की शीतलता और सुंदरता के लिए जानी जाती है। 🌕

4. कृषि और प्रकृति से संबंध
भारतीय संस्कृति में हर मास का संबंध कृषि और प्रकृति से है। आश्विन मास वह समय है जब किसान खरीफ फसलों की कटाई की तैयारी करते हैं।

4.1. फसल कटाई: इस महीने में खेतों में धान, बाजरा और मक्का जैसी फसलें पककर तैयार हो जाती हैं। 🌾🌽

4.2. प्रकृति की सुंदरता: इस महीने में आकाश साफ और स्वच्छ हो जाता है, जिससे रात में चंद्रमा और तारे अधिक स्पष्ट दिखाई देते हैं। 🌌

5. ज्योतिषीय और खगोलीय महत्व
आश्विन मास का नाम अश्विनी नक्षत्र के नाम पर पड़ा है। इस मास की पूर्णिमा को चंद्रमा अश्विनी नक्षत्र में रहता है, जिससे इसका नाम आश्विन पड़ा।

5.1. नक्षत्रों का प्रभाव: भारतीय ज्योतिष के अनुसार, इस महीने में विभिन्न ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। 🔭✨

5.2. शुभ कार्य: कई लोग इस महीने को नए कार्यों, विवाहों और अन्य शुभ अनुष्ठानों के लिए शुभ मानते हैं। 💍

आश्विन मास: इमोजी सारंश
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--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-23.09.2025-मंगळवार.
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