🙏🌺श्री स्वामी समर्थ और सत्य उपदेश से सामाजिक परिवर्तन 🌺🙏-

Started by Atul Kaviraje, September 26, 2025, 04:42:42 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

🙏🌺श्री स्वामी समर्थ और सत्य उपदेश से सामाजिक परिवर्तन 🌺🙏-

🙏🌺 श्री स्वामी समर्थ की महिमा (हिंदी अनुवाद) 🌺🙏-

चरण 1:

अक्कलकोट के स्वामी, आप हैं महान,
आपकी कृपा से होता है कल्याण।
"डरो मत, मैं हूँ तुम्हारे पीछे",
यही संदेश है आपका सच्चे।

🪔 अर्थ: हे अक्कलकोट के स्वामी, आप महान हैं। आपकी कृपा से सबका भला होता है। "डरो मत, मैं तुम्हारे साथ हूँ" — यही आपका संदेश है।

चरण 2:

जात-पात का भेद कभी न किया,
सबके लिए द्वार समान खोला।
गरीब-धनी को एक समान माना,
समानता का बीज आपने ही बोया।

🪔 अर्थ: आपने कभी जातिवाद नहीं किया। हर किसी के लिए द्वार खुले रखे। गरीब और अमीर को एक नजर से देखा और समाज में समानता की भावना बोई।

चरण 3:

अंधविश्वास को दूर भगाया,
ज्ञान का दीपक आपने जलाया।
अनादि-अनंत, आपका ही रूप,
सत्य का प्रकाश, आप ही स्वरूप।

🪔 अर्थ: आपने अंधविश्वासों का नाश किया और ज्ञान का प्रकाश फैलाया। आप ही अनादि हैं, अनंत हैं और सत्य के प्रतीक हैं।

चरण 4:

कर्म और श्रम का पाठ पढ़ाया,
पीछे नहीं, आगे बढ़ना सिखाया।
मेहनत का फल आपने दिया,
आपकी कृपा से जीवन खिला।

🪔 अर्थ: आपने कर्म और श्रम की महिमा समझाई। सिखाया कि कभी रुकना नहीं चाहिए। मेहनत का फल भी आपने ही दिया और जीवन को सुंदर बनाया।

चरण 5:

स्त्री-पुरुष को एक समान माना,
समाज को नई दिशा दिखाना।
गुरु भी आप, पिता भी आप,
मार्ग भी आप, विधाता भी आप।

🪔 अर्थ: आपने स्त्री और पुरुष को समान नजर से देखा और समाज को नया दृष्टिकोण दिया। आप ही गुरु हैं, आप ही पिता, आप ही मार्ग और आप ही रचयिता हैं।

चरण 6:

सरल जीवन आपका था,
भक्तों का प्रेम ही आपका था।
"डरो मत, मैं हूँ तुम्हारे साथ",
यही संदेश था हर बार आपके हाथ।

🪔 अर्थ: आपका जीवन बहुत साधारण था, लेकिन भक्तों के लिए बहुत प्रिय। आप हर भक्त से यही कहते — "डरो मत, मैं तुम्हारे साथ हूँ।"

चरण 7:

हे स्वामी समर्थ, आप दयालु महान,
आपके चरणों में मेरा जीवन पूर्ण प्रमान।
आपकी कृपा मुझ पर बनी रहे,
मेरे हृदय में सदा आप बसे।

🪔 अर्थ: हे स्वामी समर्थ, आप दयालु और महान हैं। आपके चरणों में मेरा जीवन सफल हो गया। कृपा बनी रहे और आप मेरे हृदय में वास करें।

--अतुल परब
--दिनांक-25.09.2025-गुरुवार.
===========================================