विश्व पर्यटन दिवस-27 सितंबर 2025-1-

Started by Atul Kaviraje, September 27, 2025, 06:46:06 PM

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Atul Kaviraje

विश्व पर्यटन दिवस-विशेष रुचि-कार्यक्रम-

27 सितंबर 2025 को विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day) के अवसर पर 'विशेष रुचि पर्यटन' (Special Interest Tourism) पर एक विस्तृत लेख और कविता, साथ ही उनका मराठी अनुवाद माँगा है।

विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है, और इस दिन 'विशेष रुचि पर्यटन' (जैसे इको-टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, कल्चरल टूरिज्म) पर चर्चा करना अत्यंत प्रासंगिक है, क्योंकि यह आधुनिक पर्यटन का भविष्य है।

हिंदी लेख: विश्व पर्यटन दिवस - विशेष रुचि पर्यटन: अनुभवों की नई उड़ान-

दिनांक: 27 सितंबर 2025 (शनिवार) 🗓�
पर्व: विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day) 🌍
विषय: विशेष रुचि पर्यटन (Special Interest Tourism - SIT) 🧭

27 सितंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला विश्व पर्यटन दिवस इस बार 'विशेष रुचि पर्यटन' (SIT) के महत्व पर प्रकाश डालता है। पर्यटन अब केवल स्थलों को देखने तक सीमित नहीं रहा; यह व्यक्तिगत जुनून, सीखने की इच्छा और गहरे अनुभवों की तलाश बन गया है। विशेष रुचि पर्यटन यात्रियों को उनके विशिष्ट शौक, रुचियों या ज्ञान-प्राप्ति की आकांक्षाओं के आधार पर यात्राएँ डिज़ाइन करने की अनुमति देता है। यह पर्यटन न केवल यात्री को संतुष्टि देता है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं और संस्कृतियों को भी समृद्ध करता है।

1. विशेष रुचि पर्यटन (SIT) का परिचय
1.1. SIT की परिभाषा:

SIT एक ऐसी यात्रा है जिसमें यात्री का मुख्य उद्देश्य किसी विशेष शौक, गतिविधि या रुचि से जुड़ा होता है, न कि केवल दर्शनीय स्थलों का भ्रमण। 🏹

उदाहरण: यदि कोई पक्षियों को देखने (Bird Watching) के लिए ही केवल केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा करता है, तो वह SIT का हिस्सा है। 🐦

1.2. पारंपरिक पर्यटन से भिन्नता:

जहाँ पारंपरिक पर्यटन भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर केंद्रित होता है, वहीं SIT अप्रचलित गंतव्यों और विशिष्ट अनुभवों को प्राथमिकता देता है। 🗺�

2. SIT के प्रमुख प्रकार और उदाहरण
2.1. साहसिक पर्यटन (Adventure Tourism):

इसमें जोखिम और रोमांच शामिल होता है।

उदाहरण: उत्तराखंड में रिवर राफ्टिंग 🛶, लेह-लद्दाख में माउंटेन बाइकिंग। ⛰️

2.2. सांस्कृतिक एवं धरोहर पर्यटन (Cultural & Heritage Tourism):

किसी स्थान की इतिहास, कला, परंपरा और जीवनशैली को जानना।

उदाहरण: राजस्थान के पुष्कर मेले में भाग लेना या बनारस में संगीत साधना सीखना। 🎻

2.3. इको-टूरिज्म और वन्यजीव पर्यटन (Eco-tourism & Wildlife):

प्रकृति का संरक्षण करते हुए उसका अनुभव करना।

उदाहरण: असम के काज़ीरंगा में गैंडों को देखना, या अंडमान में मैंग्रोव वन का अध्ययन। 🐘🌴

3. SIT का आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
3.1. स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा:

SIT अक्सर भीड़-भाड़ से दूर छोटे, ग्रामीण क्षेत्रों में केंद्रित होता है, जिससे स्थानीय हस्तशिल्प, गाइड और होमस्टे को सीधा लाभ होता है। 💰

3.2. सांस्कृतिक संरक्षण:

यात्री जब किसी स्थानीय कला या परंपरा (जैसे वॉरली पेंटिंग) में रुचि दिखाते हैं, तो उन संस्कृतियों के संरक्षण को प्रोत्साहन मिलता है। 🖼�

4. स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण
4.1. सस्टेनेबल मॉडल:

SIT, विशेषकर इको-टूरिज्म, पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होता है। इसका उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों पर न्यूनतम नकारात्मक प्रभाव डालना है। ✅

यह 'पर्यटन से होने वाली कमाई' को संरक्षण कार्यों में निवेश करने का अवसर देता है।

5. ज्ञान की प्राप्ति और व्यक्तिगत विकास
5.1. सीखने का अनुभव:

SIT एक शैक्षणिक यात्रा है, जहाँ यात्री किसी नए कौशल (खाना पकाना, योग) को सीख सकते हैं या किसी विषय पर गहन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 🧠

उदाहरण: केरल में आयुर्वेद चिकित्सा का कोर्स करना। 🌿

इमोजी सारांश (Emoji Saransh):
🗓� 27.09.2025 🌍 विश्व पर्यटन दिवस! 🧭 SIT: ⛰️ एडवेंचर, 🌿 इको-फ्रेंडली, 🧠 और कल्चरल टूरिज्म का भविष्य। 🇮🇳 भारत में 💰 स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दें। यात्रा करें, सीखें, संरक्षण करें! ✅

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-27.09.2025-शनिवार.
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