श्री गजानन महाराज - संत परंपरा के दिव्य प्रकाश-शेगाँव के योगीराज-📝🐘🙏✨

Started by Atul Kaviraje, October 03, 2025, 04:03:07 PM

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Atul Kaviraje

श्री गजानन महाराज - संत परंपरा के दिव्य प्रकाश-

हिंदी कविता: शेगाँव के योगीराज-

📝🐘🙏✨

चरण 1: (महाराज का आगमन)
शेगाँव की माटी में, दिव्य प्रकाश आया।
दिगंबर योगीराज ने, जग को दर्शन कराया।
कौन पिता, माता थी, न कोई जानता,
'गण गण गणात बोते' की, धुन सबको सुनाया।

अर्थ: शेगाँव की धरती पर एक दिव्य प्रकाश आया। दिगंबर योगीराज ने दुनिया को अपना दर्शन कराया। उनके पिता या माता कौन थे, यह कोई नहीं जानता। उन्होंने 'गण गण गणात बोते' की धुन सबको सुनाई।

सिंबल: 🌅🐘🎤

चरण 2: (चमत्कार की कहानी)
सूखे कुएं के जल से, दीप को उन्होंने जलाया।
भाऊ पाटिल ने जब देखा, मन में विश्वास आया।
रोटी खराब थी फिर भी, प्रेम से ही खाया,
भेदभाव न किया कभी, सबमें ब्रह्म समाया।

अर्थ: उन्होंने सूखे कुएं के पानी से दीपक जलाया। जब भाऊ पाटिल ने यह देखा, तो उनके मन में विश्वास आया। रोटी खराब थी फिर भी उन्होंने उसे प्रेम से खाया। उन्होंने कभी भेदभाव नहीं किया, क्योंकि हर चीज में उन्हें ब्रह्म दिखाई देता था।

सिंबल: 💧🔥💖

चरण 3: (भक्ति और समानता)
जाति-धर्म का बंधन, उन्होंने तोड़ दिखाया।
गरीब हो या अमीर, सबको गले लगाया।
मानवता ही परम धर्म, यह पाठ हमें सिखाया,
हर प्राणी में ईश्वर है, यह ज्ञान हमें दिलाया।

अर्थ: जाति और धर्म का बंधन उन्होंने तोड़कर दिखाया। गरीब हो या अमीर, उन्होंने सबको गले लगाया। मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है, यह पाठ उन्होंने हमें सिखाया। हर प्राणी में ईश्वर है, यह ज्ञान हमें दिया।

सिंबल: 🤝🌍💡

चरण 4: (सेवा का संकल्प)
कर्मयोग का संदेश, जीवन भर दिया है।
निस्वार्थ सेवा करने का, मार्ग हमें सिखाया है।
भूखों को अन्न देना, यही सच्चा दान है,
आज 'अन्नक्षेत्र' उनका, दुनिया में महान है।

अर्थ: उन्होंने जीवन भर कर्मयोग का संदेश दिया है। निस्वार्थ सेवा करने का मार्ग हमें सिखाया है। भूखे को भोजन देना, यही सच्चा दान है। आज भी उनका 'अन्नक्षेत्र' दुनिया में महान है।

सिंबल: 🍲🙏✨

चरण 5: (संस्थान का कार्य)
शिक्षण, स्वास्थ्य का दान, संस्थान कर रहा है।
महाराज के संदेश को, जन-जन तक भर रहा है।
अस्पताल और कॉलेज, समाज का कल्याण हो,
आधुनिकता के संग भी, भक्ति का ज्ञान हो।

अर्थ: शिक्षा और स्वास्थ्य का दान उनका संस्थान कर रहा है। वह महाराज के संदेश को लोगों तक पहुँचा रहा है। अस्पताल और कॉलेज के माध्यम से समाज का कल्याण हो, और आधुनिकता के साथ भी भक्ति का ज्ञान बना रहे।

सिंबल: 🏥🏫📈

चरण 6: (वारी की आस्था)
लाखों भक्त चलते हैं, पैरों में छाले लिए।
शेगाँव धाम की ओर, श्रद्धा के उजाले लिए।
'वारी' की ये परंपरा, भक्ति का प्रमाण है,
महाराज के चरणों में, ही सच्चा सम्मान है।

अर्थ: लाखों भक्त पैरों में छाले लिए चलते हैं। वे श्रद्धा का प्रकाश लेकर शेगाँव धाम की ओर बढ़ते हैं। 'वारी' (पैदल यात्रा) की यह परंपरा भक्ति का प्रमाण है। महाराज के चरणों में ही सच्चा सम्मान है।

सिंबल: 🚶�♀️🚩💖

चरण 7: (अंतिम प्रणाम)
योगीराज गजानन, तेरा नाम अमर रहे।
ज्ञान और वैराग्य की, ज्योति हर पल जगे।
हमें शक्ति दो प्रभु जी, हम नेक राह पर चलें,
हर युग में तुम्हारा ही, आशीर्वाद सदा मिले।

अर्थ: योगीराज गजानन, आपका नाम अमर रहे। ज्ञान और वैराग्य की ज्योति हमेशा जलती रहे। हे प्रभु, हमें शक्ति दो कि हम अच्छे रास्ते पर चलें। हर युग में आपका आशीर्वाद हमें हमेशा मिलता रहे।

सिंबल: 👑🌟🕉�

--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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