श्री सिद्धनाथ यात्रा-नागझरी: शिव-अवतार का गौरवपूर्ण दर्शन-1-🕉️ 🐍 🚩

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 09:51:01 PM

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Atul Kaviraje

श्री सिद्धनाथ यात्रा-नागझरी, तालुका-कोरेगाव-

यह तिथि (2 अक्टूबर 2025) विजयादशमी (दशहरा) का महापर्व है, जो श्री सिद्धनाथ के शारदीय नवरात्रोत्सव (जो महाराष्ट्र में कई शिव मंदिरों में भी मनाया जाता है) का समापन और उनकी यात्रा (रथोत्सव/पालखी) का प्रमुख दिवस है। सिद्धनाथ भगवान को भगवान शिव का अवतार माना जाता है।

श्री सिद्धनाथ यात्रा-नागझरी: शिव-अवतार का गौरवपूर्ण दर्शन-

तिथि: 02 अक्टूबर, 2025 (गुरुवार) - विजयादशमी

🕉� 🐍 🚩 'श्री सिद्धनाथ महाराज की जय!' 🐂 ✨

श्री क्षेत्र नागझरी (तालुका-कोरेगाव, सातारा) पश्चिमी महाराष्ट्र के भक्तों के लिए एक अत्यंत पवित्र और श्रद्धा का केंद्र है। यहाँ के मुख्य देवता श्री सिद्धनाथ महाराज को स्वयं भगवान शिव का अवतार माना जाता है, जिन्हें स्थानीय रूप से नाथ बाबा के नाम से भी जाना जाता है। नागझरी नाम की उत्पत्ति भी पास से बहने वाली एक झरी (झरना) या नाग (साँप) से जुड़ी हुई है, जो इस क्षेत्र की नैसर्गिक सुंदरता और आध्यात्मिकता को दर्शाती है। विजयादशमी का दिन यहाँ नवरात्रोत्सव के समापन के साथ-साथ सिद्धनाथ भगवान की पालखी यात्रा (या रथोत्सव) का साक्षी बनता है, जो इस क्षेत्र की शिव-भक्ति और ग्रामीण संस्कृति का भव्य प्रदर्शन है।

लेख के 10 प्रमुख बिंदु (उदाहरण, प्रतीक और इमोजी सहित)

1. सिद्धनाथ: भगवान शिव का अवतार (Siddhanath: Incarnation of Lord Shiva) 🔱
देवता का स्वरूप: सिद्धनाथ महाराज को भगवान शिव (शंभू महादेव) का एक जागृत और चमत्कारी अवतार माना जाता है। वह भक्तों के कष्ट हरने वाले और मनोकामनाएँ पूर्ण करने वाले हैं।

संरक्षक देवता: वे नागझरी और आसपास के गाँवों के संरक्षक देवता (क्षेत्रपाल या रक्षक दैवत) भी हैं।

इमोजी: त्रिशूल 🔱 और शिवलिंग 🪨।

2. विजयादशमी: यात्रा का महासंगम (Vijayadashami: The Great Confluence of Yatra) 🚩
महत्व: 02 अक्टूबर 2025 को दशहरा है, जो धर्म की विजय का प्रतीक है। इस दिन सिद्धनाथ भगवान की भव्य पालखी या रथ यात्रा निकाली जाती है, जो गाँव का भ्रमण करती है।

दर्शन: इस दिन दूर-दराज से भक्त दर्शन के लिए उमड़ते हैं, जिससे यहाँ भक्ति, उत्साह और सांस्कृतिक एकता का माहौल बन जाता है।

इमोजी: झंडा 🚩 और शंख 🐚।

3. नागझरी नाम का रहस्य (The Mystery of the Name Nagjhari) 🐍
नाम की उत्पत्ति: 'नागझरी' नाम दो शब्दों से बना है: नाग (सर्प, जो शिव का आभूषण है) और झरी (झरना/धारा)।

पौराणिक संदर्भ: माना जाता है कि मंदिर के पास कोई झरना था, या यह स्थान सर्पों की बहुतायत वाला था, या फिर यह सिद्धनाथ की नाग देवता से संबद्धता को दर्शाता है।

इमोजी: साँप 🐍 और पानी की बूँद 💧।

4. मंदिर का वास्तुशिल्प और प्राचीनता (Architecture and Antiquity of the Temple) 🏛�
प्राचीनता: सिद्धनाथ का मंदिर लगभग 450 वर्ष पुराना एक विशाल और ऐतिहासिक मंदिर माना जाता है।

निर्माण शैली: मंदिर का अधिकांश निर्माण पत्थरों से किया गया है और इसका मुख दक्षिण दिशा की ओर है, जो शिव मंदिरों की एक विशिष्ट शैली है।

उदाहरण: मंदिर के परिसर में नंदी (शिव का वाहन) की भव्य प्रतिमा स्थापित है।

इमोजी: मंदिर 🏛� और नंदी बैल 🐂।

5. लोक परंपरा और अन्नदान (Folk Tradition and Annadan) 🍚
महाप्रसाद: यात्रा और नवरात्र के दौरान महा अन्नदान (सामुदायिक भोजन) की व्यवस्था की जाती है। भक्त इस अन्नदान को सेवा मानते हैं।

उदाहरण: आसपास के 12 मंदिरों के परिवार और भक्त इस सेवा कार्य में योगदान देते हैं, जो सद्भाव और सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है।

इमोजी: थाली 🍽� और दान का बक्सा 🎁।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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