नवान्न पौर्णिमा (शरद पूर्णिमा) - अन्न, समृद्धि और भक्ति का संगम 🌙🙏-2-🍚🌾💰💖✨

Started by Atul Kaviraje, October 11, 2025, 11:01:49 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

नवान्न पौर्णिमा-

🌾 07 अक्टूबर, 2025: नवान्न पौर्णिमा (शरद पूर्णिमा) - अन्न, समृद्धि और भक्ति का संगम 🌙🙏-

6. अन्न की महत्ता पर दार्शनिक विवेचन ✨
6.1. भोजन ही ब्रह्म: उपनिषदों में कहा गया है कि 'अन्नं ब्रह्म' (अन्न ही ब्रह्म है)। नवान्न पौर्णिमा हमें अन्न के दैवीय महत्व को याद दिलाती है।

6.2. शरीर और मन: सात्विक अन्न शरीर को ऊर्जा और मन को शांति प्रदान करता है, जिससे भक्ति और ध्यान में सहायता मिलती है।

7. भक्ति में समर्पण और निस्वार्थता (रास) 💖
7.1. त्याग की भावना: इस दिन भक्तजन उपवास और जागरण करके यह दर्शाते हैं कि वे भौतिक सुखों के प्रति आसक्ति कम कर रहे हैं और प्रभु के प्रति पूर्ण समर्पण कर रहे हैं।

7.2. गोपियों का प्रेम: रास लीला में गोपियों का कृष्ण के प्रति निस्वार्थ प्रेम ही सच्ची परा-भक्ति का उदाहरण है।

8. आरोग्य और चंद्र अमृत 💧
8.1. खीर का रहस्य: रात भर चंद्रमा की रोशनी में रखी गई खीर में औषधीय गुण आ जाते हैं, जिससे यह शरीर के लिए अत्यंत हितकारी हो जाती है।

8.2. आयुर्वेद का मत: शरद पूर्णिमा की रात को वात-पित्त-कफ के दोषों को शांत करने के लिए चंद्रमा की किरणें अत्यंत प्रभावशाली होती हैं।

9. दान और पुण्य का महत्व 🙏
9.1. दान के प्रकार: इस दिन वस्त्र, अन्न, घी, चावल, और तिल का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

9.2. कार्तिक स्नानारंभ: आज के दिन से कई क्षेत्रों में कार्तिक मास के स्नान का आरंभ हो जाता है, जिससे पुण्य लाभ और आत्मशुद्धि होती है।

10. निष्कर्ष: प्रकृति, पोषण और परमात्मा का उत्सव 🌳
10.1. त्रिवेणी संगम: नवान्न पौर्णिमा, शरद ऋतु का सौंदर्य, पृथ्वी का पोषण, और परमात्मा के प्रति हमारी भक्ति—इन तीनों का सुंदर संगम है।

10.2. जीवन का संदेश: यह त्योहार हमें सिखाता है कि हमें अपने जीवन में प्राप्त हर वस्तु के लिए कृतज्ञ होना चाहिए और उसे बाँटना चाहिए।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-07.10.2025-मंगळवार.
===========================================