सुकोथ-ज्यू-सुकोथ - आस्था और आश्रय का पर्व 🇮🇱🙏-2-

Started by Atul Kaviraje, October 11, 2025, 11:10:19 AM

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Atul Kaviraje

सुकोथ-ज्यू-

भक्ति-भावपूर्ण लेख: सुकोथ - आस्था और आश्रय का पर्व 🇮🇱🙏-

6. जल-उत्सव का अनुस्मारक (Simchat Beit HaShoeva) 💧
प्राचीन काल में, यरूशलेम के मंदिर में 'सिम्हात बीट हाशोएवा' (जल खींचने के स्थान का आनंद) नामक एक भव्य उत्सव आयोजित किया जाता था।

6.1. बारिश के लिए प्रार्थना: यह उत्सव अगले वर्ष की फसल के लिए बारिश की प्रार्थना से जुड़ा था। अब, यह संगीत, नृत्य और खुशियों के साथ मनाया जाता है, जो भविष्य की समृद्धि के लिए प्रार्थना का प्रतीक है।

6.2. परमेश्वर का प्रावधान: यह हमें याद दिलाता है कि हमारा जीवन और समृद्धि पूरी तरह से परमेश्वर के प्रावधान पर निर्भर है।

7. विनम्रता का पाठ (Lesson of Humility) 🧘
एक मजबूत, स्थायी घर छोड़ने और एक अस्थायी, कमज़ोर झोपड़ी में जाने का कार्य विनम्रता (Humility) का सबसे बड़ा पाठ है।

7.1. भौतिकता से मुक्ति: सुकाह में बैठकर हम भौतिकवाद की नश्वरता को स्वीकार करते हैं। जब हम रेगिस्तान में थे, तो हमारे पास कोई स्थायी सुरक्षा नहीं थी, और यह अहसास हमें अपनी शक्तियों के बजाय ईश्वरीय शक्ति पर भरोसा करने को प्रेरित करता है।

7.2. सबको समानता: अमीर और गरीब दोनों एक ही प्रकार की अस्थायी झोपड़ी में रहते हैं, जो बताता है कि परमेश्वर की निगाह में सभी समान हैं।

8. सुकोथ के दिन और अनुष्ठान (Days and Rituals) 📅
सुकोथ के सात दिनों की अपनी विशिष्ट संरचना है।

8.1. त्योहार के दिन: पहले दो दिन (बाहर इज़राइल में) पूर्ण त्योहार के दिन होते हैं, जब कार्य करना निषिद्ध होता है। ये दिन सभा, विशेष प्रार्थना और सुकाह में भोजन के लिए समर्पित होते हैं।

8.2. 'चोल हा-मोएड': मध्य के दिनों को 'चोल हा-मोएड' कहा जाता है, जिसका अर्थ है 'पर्व के दिन'। इन दिनों काम की अनुमति होती है, लेकिन पर्व का माहौल बना रहता है। सुकाह में भोजन करना और चार प्रजातियों को हिलाना इन दिनों भी जारी रहता है।

9. होशाना रब्बा (Hoshana Rabbah) - अंतिम दिन 💧
सुकोथ का सातवाँ दिन 'होशाना रब्बा' (महान उद्धार) कहलाता है।

9.1. विशेष प्रार्थना: यह परंपरा के अनुसार, यम किप्पुर के दौरान स्वर्ग में शुरू किए गए निर्णय की अंतिम मुहर लगाने का दिन है। इस दिन, अधिक से अधिक प्रार्थनाएँ बारिश और पानी के लिए की जाती हैं।

9.2. विलो-टहनी का अनुष्ठान: इस दिन विलो की टहनियों (अरावोत) का एक विशेष अनुष्ठान होता है, जिसे ज़मीन पर मारकर अगले वर्ष के लिए अच्छी बारिश और समृद्धि की प्रार्थना की जाती है।

10. आनंद की निरंतरता: शिमनी अत्ज़ेरेट/सिमचास तोराह (Shemini Atzeret/Simchat Torah) 🥳
सुकोथ के तुरंत बाद दो अलग-अलग त्योहार आते हैं जो आनंद की भावना को जारी रखते हैं।

10.1. शिमनी अत्ज़ेरेट: यह 'आठवें दिन का जमावड़ा' है, एक तरह से सुकोथ की विदाई। यह विशेष रूप से परमेश्वर के साथ अतिरिक्त दिन बिताने जैसा है। इस दिन इज़राइल की वर्षा की प्रार्थना (Tefillat Geshem) शुरू होती है।

10.2. सिमचास तोराह: 'तोराह के साथ आनंद' का दिन। इस दिन तोराह (पवित्र ग्रंथ) के वार्षिक पठन चक्र को पूरा किया जाता है और तुरंत एक नए चक्र को शुरू किया जाता है, जो अध्ययन और ज्ञान की निरंतरता का प्रतीक है।

प्रतीक: तोराह स्क्रोल 📜, नृत्य 💃, उत्सव 🥳।

ईमोजी सारांश:
झोपड़ियों का पर्व 🛖🙏 सुकोथ 07 अक्टूबर 2025 📅। रेगिस्तान की याद 🐪, ईश्वरीय सुरक्षा ☁️ और कृषि का आभार 🌾 को दर्शाता है। चार प्रजातियाँ 🌿🍋 एकता का प्रतीक हैं और सुकाह में अतिथि 👨�👩�👧�👦 विनम्रता 🧘 सिखाती है। होशाना रब्बा 💧 के बाद, शिमनी अत्ज़ेरेट/सिमचास तोराह 🥳 ज्ञान और आनंद को जारी रखता है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-07.10.2025-मंगळवार.
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