गोवा का देवी भगवती उत्सव: भक्ति, परंपरा और 'पुनव' की रात-2-🛕🔱🙏🔔

Started by Atul Kaviraje, October 11, 2025, 11:16:38 AM

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Atul Kaviraje

देवी भगवती उत्सव-गोवा-

गोवा का देवी भगवती उत्सव: भक्ति, परंपरा और 'पुनव' की रात (07 अक्टूबर, 2025 - मंगलवार)-

6. भक्तों की भागीदारी और भक्ति भाव 🫂💖
जनसैलाब: इस उत्सव में 25,000 से अधिक श्रद्धालु एकत्रित होते हैं। यह भक्तों की देवी भगवती के प्रति अटूट आस्था और श्रद्धा का प्रमाण है।

सामुदायिक आयोजन: पूरा उत्सव पर्णेम के श्री भगवती देवस्थान के महाजन (सात वंश समूह या 'वांगोर') द्वारा पारंपरिक रूप से आयोजित किया जाता है।

शाही परिवार की भूमिका: पर्णेम के पूर्व शासक देसाई देशप्रभु परिवार आज भी मुख्य पूजा-अर्चना करने का सम्मान रखता है।

7. सांस्कृतिक कार्यक्रम और लोक कलाएँ 🥁💃
कला और संगीत: पहले इस उत्सव में कीर्तन के बाद नृत्य और गायन होता था, जिसे पालकी (पल्लकी) जुलूस के दौरान किया जाता था।

प्रतीकात्मक नृत्य: देवदासी प्रथा के समाप्त होने के बाद, अब महिलाएं मंदिर के पास प्रतीकात्मक तरीके से नृत्य और गायन करती हैं, जो गोवा की स्थानीय लोक कला को जीवित रखता है।

सजावट: पार्से और आगरवाडा के बीच के रास्ते को बिजली की रोशनी, पताकाओं और रंगोली से सजाया जाता है, जिससे उत्सव का माहौल बन जाता है।

8. शक्ति और विजय का प्रतीक 💪🌟
दुर्गा/पार्वती का स्वरूप: देवी भगवती को बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक, दुर्गा या पार्वती का ही एक रूप माना जाता है।

आशीर्वाद की कामना: भक्तगण देवी से शक्ति, समृद्धि, और दुष्ट शक्तियों पर विजय का आशीर्वाद लेने के लिए इस उत्सव में शामिल होते हैं।

9. अन्य संबंधित मंदिर और देवी-देवता 🧘�♂️🌿
मंदिर परिसर: श्री भगवती मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर के अलावा, अन्य देवी-देवताओं के मंदिर भी हैं, जिन्हें 'परिवार देवता' कहा जाता है।

अन्य मंदिर: इन मंदिरों में श्री सातेरी, श्री देव रावलनाथ, श्री देव भिवंगी पंच अक्षरी और ब्रह्मा (श्री विष्णु, श्री गणपति, श्री शंकर) शामिल हैं।

10. भक्तिमय सारांश (Emoji Saransh) ✨🕉�
तिथि: 07/10/2025 (मंगलवार) 🗓�
स्थान: श्री भगवती देवस्थान, पर्णेम, गोवा 📍
उत्सव: पुनव उत्सव (दशहरा/शरद पूर्णिमा का समापन) 🥳
देवी: देवी भगवती (अष्टभुजा) 🔱
विशेष परंपरा: तरंगमहोत्सव और भूतनाथ को शांत करना (बान तू सायबा) 👻💬
आस्था का प्रतीक: दीपस्तंभों की भव्य रोशनी 💡
भाव: शक्ति, समृद्धि, और अटूट भक्ति 💖🙏

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-07.10.2025-मंगळवार.
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