हनुमान के 'शरण रक्षक' रूप की शक्ति- हनुमान 'शरण रक्षक':🛡️🐒🙏👑💪🔥🚨

Started by Atul Kaviraje, October 12, 2025, 10:56:45 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

हनुमान के 'शरण रक्षक' रूप की शक्ति-

हनुमान 'शरण रक्षक': हिंदी कविता-

यह कविता हनुमान जी के शरणागत रक्षक रूप की स्तुति में है।

चरण (Stanza)   पंक्तियाँ (Lines)   सिम्बल्स   हिंदी अर्थ (Meaning)

१   पवनपुत्र का नाम महान, शरण रक्षक, दया की खान। जो भी आए दीन पुकार, उसका करते बेड़ा पार।   🐒🙏💖🚢   पवनपुत्र हनुमान का नाम महान है, वह शरणागत की रक्षा करने वाले और दया के भंडार हैं। जो भी दीन (गरीब/असहाय) होकर पुकारता है, उसका जीवन (बेड़ा) पार करते हैं।

२   विभीषण का रखा था मान, राम-नीति का दिया था ज्ञान। भेदी को भी दिया था आश्रय, दूर किया हर चिंता का भय।   👑📜🛡�😊   उन्होंने विभीषण का सम्मान रखा, और श्रीराम को धर्म और नीति का ज्ञान दिया। शत्रु के भाई को भी आश्रय दिया, और उसकी हर चिंता का भय दूर किया।

३   बुद्धि और बल के तुम धाम, सबसे सरल है राम का नाम। जहाँ हो भक्ति, वहाँ हो वास, हर संकट में पूरी हो आस।   💡💪🚩🌟   आप बुद्धि और बल के निवास स्थान हैं, और सबसे सरल 'राम' का नाम है। जहाँ भक्ति होती है, वहाँ आपका वास होता है, हर संकट में हर इच्छा पूरी होती है।

४   भूत-पिशाच निकट नहीं आए, जब हनुमत का नाम मन गाए। सच्चे दिल से जो हो शरणागत, उसको मिले अभय की राहत।   👻🚫💖🕊�   भूत-प्रेत पास नहीं आते, जब मन हनुमान जी का नाम गाता है। सच्चे दिल से जो शरणागत होता है, उसको निर्भयता की राहत मिलती है।

५   सेवा भाव तुम्हारा है धर्म, रखते सदा जीवन का मर्म। दुखियों की सुनते हो पुकार, भरते हो हर सूना संसार।   🤲😢🌍❤️   सेवा भाव आपका धर्म है, आप हमेशा जीवन का रहस्य (सत्य) समझते हैं। आप दुखियों की पुकार सुनते हैं, और हर खाली (सूने) संसार को प्रेम से भर देते हैं।

६   अहंकार को त्याग कर आओ, उनकी इच्छा पर झुक जाओ। विश्वास की डोर कभी न टूटे, संकटमोचन कभी न रूठे।   🧠❌🔒🤝   अहंकार को त्याग कर उनकी शरण में आओ, उनकी इच्छा के सामने झुक जाओ। विश्वास की डोर कभी नहीं टूटे, (तो) संकटमोचन कभी गुस्सा नहीं होते।

७   जय हनुमान, शरणागत प्यारे, काटो कष्ट सारे हमारे। अष्ट सिद्धि-नव निधि के दाता, तुम ही हो मेरे भाग्य विधाता।   🎉🙏✨💰   जय हनुमान, शरणागत के प्यारे! हमारे सारे कष्टों को काट दो। अष्ट सिद्धि और नव निधि के दाता, आप ही मेरे भाग्य को बनाने वाले हैं।

EMOJI सारांश: 🛡�🐒🙏👑💪🔥🚨

--अतुल परब
--दिनांक-11.10.2025-शनिवार.
===========================================