नवग्रह और जन्मकुंडली में भवानी माता की पूजा और महत्व-🚩💖🛡️🌍

Started by Atul Kaviraje, October 12, 2025, 04:36:19 PM

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Atul Kaviraje

नवग्रह और जन्मकुंडली में भवानी माता की पूजा और महत्व-

भवानी माता को समर्पित हिंदी कविता-

संक्षेप में इमोजी सारांश (Emoji Saaransh):
🚩💖🛡�🌍

चरण 1
कविता:
भवानी माँ! तेरा नाम, ब्रह्मांड का सार,
आदि शक्ति स्वरूपे, जगत का आधार।
नवग्रहों की डोरी, तेरे हाथ में है,
जन्म कुंडली को, तू ही दे आकार।
हिंदी अर्थ: हे भवानी माँ! आपका नाम ही ब्रह्मांड का सार है। आप आदि शक्ति स्वरूप हैं और जगत का आधार हैं। नवग्रहों की डोर आपके हाथ में है, और जन्म कुंडली को आप ही आकार देती हैं।

चरण 2
कविता:
राहु केतु शनि का, भय जब सताए,
तेरी करुणा ही, मन में शांति लाए।
चंद्रमा हो पीड़ित, या हो मन अशांत,
माँ की पूजा से, हो हर दोष शांत।
हिंदी अर्थ: जब राहु, केतु या शनि का भय सताता है, तो आपकी दया ही मन में शांति लाती है। चंद्रमा पीड़ित हो या मन अशांत, माँ की पूजा से हर दोष शांत हो जाता है।

चरण 3
कविता:
मंगल का बल माँ, तू ही तो बढ़ाती,
जीवन के रण में, तू राह दिखाती।
साहस और शौर्य, तेरी भक्ति में है,
निर्भय हो चलता, जो शरण तेरी है।
हिंदी अर्थ: हे माँ, आप ही मंगल का बल बढ़ाती हैं। जीवन की लड़ाई में आप ही रास्ता दिखाती हैं। साहस और वीरता आपकी भक्ति में है। जो आपकी शरण में है, वह निर्भय होकर चलता है।

चरण 4
कविता:
दुःख रोग व्याधि को, पल में हरती,
रोग नाशिनी रूपे, कृपा तू करती।
नवार्ण मंत्र का, जाप जो करे,
कष्टों की गठरी, जीवन से टले।
हिंदी अर्थ: आप दुःख, रोग और बीमारियों को एक पल में हर लेती हैं। रोग नाशिनी रूप में आप कृपा करती हैं। जो नवार्ण मंत्र का जाप करता है, उसके जीवन से कष्टों की गठरी दूर हो जाती है।

चरण 5
कविता:
प्रेम और सौभाग्य, वैवाहिक सुख है,
तेरी आराधना से, हर पल निस्सुख है।
मातृ दोष मिटाए, देती है आशीष,
संतुलित जीवन का, तू ही है कल्पवृक्ष।
हिंदी अर्थ: प्रेम, सौभाग्य और वैवाहिक सुख आपकी आराधना से ही प्राप्त होता है। हर पल दुःख से रहित होता है। आप मातृ दोष मिटाकर आशीर्वाद देती हैं। आप संतुलित जीवन का कल्पवृक्ष हैं।

चरण 6
कविता:
भक्ति में जो डूबा, न चिंता उसे,
ग्रहों की चालों से, न डर लगे उसे।
दुर्गा सप्तशती का, जो नित्य पाठ करे,
तेरी ममता की छाँव, हरदम मिले उसे।
हिंदी अर्थ: जो भक्ति में लीन हो जाता है, उसे कोई चिंता नहीं होती। उसे ग्रहों की चालों से डर नहीं लगता। जो प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करता है, उसे हर समय आपकी ममता की छाया मिलती है।

चरण 7
कविता:
करें वंदन माँ! तू ही आधार है,
तेरी शक्ति से ही, ये संसार है।
भक्ति का ये दीप, सदा जलता रहे,
भवानी माँ के चरणों में, जीवन पलता रहे।
हिंदी अर्थ: हे माँ, हम आपको वंदन करते हैं! आप ही हमारा आधार हैं। आपकी शक्ति से ही यह संसार चल रहा है। भक्ति का यह दीप हमेशा जलता रहे, और हमारा जीवन भवानी माँ के चरणों में पलता रहे।

--अतुल परब
--दिनांक-10.10.2025-शुक्रवार.
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