देवी लक्ष्मी और 'सम्पति साधना' का दर्शन-🔱💧🔑🌟

Started by Atul Kaviraje, October 12, 2025, 04:37:10 PM

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Atul Kaviraje

देवी लक्ष्मी और 'सम्पति साधना' का दर्शन-

देवी लक्ष्मी और सम्पत्ति साधना को समर्पित हिंदी कविता-

संक्षेप में इमोजी सारांश (Emoji Saaransh):
🔱💧🔑🌟

चरण 1
कविता:
कमल पर बैठी माँ, लक्ष्मी का वास,
तू है केवल धन नहीं, जीवन का श्वास।
सम्पत्ति साधना, है ज्ञान का प्रकाश,
जहाँ शुद्ध कर्म हो, वही तेरा आकाश।
हिंदी अर्थ: कमल पर बैठी माँ लक्ष्मी का निवास है। आप केवल धन नहीं, बल्कि जीवन की श्वास हैं। सम्पत्ति साधना ज्ञान का प्रकाश है, जहाँ शुद्ध कर्म होता है, वही आपका आकाश (निवास) है।

चरण 2
कविता:
धर्म के पथ पर, जो करे कमाई,
उसी के घर आती, समृद्धि सुहाई।
अन्याय का धन, न रहता है पास,
सत्य और निष्ठा, ही तेरा निवास।
हिंदी अर्थ: जो धर्म (नैतिकता) के मार्ग पर चलकर कमाई करता है, उसी के घर सुखद समृद्धि आती है। अन्याय से कमाया गया धन पास नहीं रहता। सत्य और निष्ठा ही आपका निवास है।

चरण 3
कविता:
अष्ट रूप तेरे माँ, सम्पूर्णता का बोध,
विद्या से धैर्य तक, करती हो शोध।
ज्ञान है जो सम्पत्ति, वो कभी न घटे,
विवेक से जो चलता, वो कभी न भटके।
हिंदी अर्थ: आपके आठ रूप संपूर्णता का ज्ञान कराते हैं। आप विद्या से लेकर धैर्य तक की खोज (महत्व) बताती हैं। जो ज्ञान रूपी सम्पत्ति है, वह कभी कम नहीं होती। जो विवेक से चलता है, वह कभी भटकता नहीं।

चरण 4
कविता:
दान का है सिद्धांत, धन को बहने दे,
सेवा और परोपकार, की राह चलने दे।
रुकता है पानी तो, दूषित हो जाए,
प्रवाह में रहे लक्ष्मी, सबका भला हो जाए।
हिंदी अर्थ: दान का यह सिद्धांत है कि धन को बहने दो। इसे सेवा और परोपकार के रास्ते पर चलने दो। पानी रुक जाता है तो दूषित हो जाता है। यदि लक्ष्मी प्रवाह में रहे, तो सबका भला हो जाए।

चरण 5
कविता:
समय कीमती है, इसे व्यर्थ न कर,
अनुशासन से जी, न आलस से डर।
नियमित मंत्र जाप, जपता है मन,
'श्रीं ह्रीं' की शक्ति, पाए सच्चा धन।
हिंदी अर्थ: समय कीमती है, इसे बर्बाद मत करो। अनुशासन से जियो, आलस्य से मत डरो। मन नियमित रूप से मंत्र जाप करता है। 'श्रीं ह्रीं' की शक्ति से सच्चा धन प्राप्त होता है।

चरण 6
कविता:
शुद्धि है साधना, पवित्र हो स्थान,
कृतज्ञता से भर दे, जीवन का गान।
जो मिला है हमको, उसका आभार,
सकारात्मकता ही, खोले हर द्वार।
हिंदी अर्थ: शुद्धि ही साधना है, स्थान पवित्र होना चाहिए। कृतज्ञता (धन्यवाद) से जीवन का गीत भर दो। हमें जो कुछ मिला है, उसके लिए आभार व्यक्त करो। सकारात्मकता ही हर द्वार खोलती है।

चरण 7
कविता:
तू धन की स्वामिनी, हम तेरे दास,
सम्पत्ति का उपयोग, हो सेवा के पास।
भक्ति का समर्पण, है जीवन का सार,
चरणों में तेरे माँ, हो मेरा उद्धार।
हिंदी अर्थ: हे माँ, आप धन की स्वामिनी हैं, हम आपके सेवक हैं। सम्पत्ति का उपयोग सेवा के लिए होना चाहिए। भक्ति का समर्पण ही जीवन का सार है। हे माँ, आपके चरणों में मेरा उद्धार हो।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-10.10.2025-शुक्रवार.
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