देवी काली और ‘शक्ति साधना’ का सांस्कृतिक महत्व-2-⚫️⚔️🔥🕰️🙏

Started by Atul Kaviraje, October 12, 2025, 04:53:49 PM

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Atul Kaviraje

देवी काली और 'शक्ति साधना' का सांस्कृतिक महत्व
(Goddess Kali and the Cultural Significance of 'Power Practice')
Cultural significance of Goddess Kali and 'Shaktiman Sadhna'-

देवी काली और 'शक्ति साधना' का सांस्कृतिक महत्व-
(Goddess Kali and the Cultural Significance of 'Power Practice')

6. डर पर विजय और आध्यात्मिक निडरता
भय भंजन: माँ का भयावह रूप (जीभ बाहर, मुंडमाला) भक्तों को मृत्यु के डर और जीवन के अप्रिय सत्यों का सामना करने की आध्यात्मिक निडरता देता है।

आत्म-विश्वास: उपासक अपने जीवन में उत्पन्न होने वाले कठिन परिवर्तनों (संकट) को स्वीकार करने की शक्ति प्राप्त करता है।

7. श्मशान और परिवर्तन का स्थान
श्मशान निवास: माँ काली का निवास अक्सर श्मशान घाट में बताया जाता है, जो जीवन के अंत और नए आरंभ का प्रतीक है।

सांस्कृतिक शिक्षा: यह सिखाता है कि परिवर्तन (Change) ही जीवन का अंतिम सत्य है और हमें पुराने को छोड़कर नए को स्वीकार करना चाहिए।

8. शुद्ध प्रेम और मातृभाव का दर्शन
उग्रता के पीछे प्रेम: उनके उग्र स्वरूप के बावजूद, उनके उपासक उन्हें परम माँ के रूप में देखते हैं। उनका क्रोध असुरों के लिए है, संतानों के लिए नहीं।

उदा. रामकृष्ण परमहंस: रामकृष्ण परमहंस की काली माँ के प्रति भक्ति इसी शुद्ध और निस्वार्थ मातृप्रेम का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।

9. शक्ति साधना का कर्मकांड और मंत्र
बीज मंत्र: माँ काली की साधना में 'क्रीं' बीज मंत्र का अत्यधिक महत्व है। इसका जाप शक्ति और ऊर्जा का त्वरित संचार करता है।

कर्मकांड: उनकी पूजा में रात और अमावस्या को विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि वे अंधकार की शक्ति को नियंत्रित करती हैं।

10. चेतना का विस्तार और जागृति
अंतिम सत्य: माँ काली तुरीय अवस्था (चेतना की चौथी अवस्था) और जागृति का प्रतिनिधित्व करती हैं।

सार: माँ काली की साधना चेतना का विस्तार करती है, जिससे भक्त ब्रह्मांड के अंतिम सत्य और अपने वास्तविक आत्म-स्वरूप को पहचान पाता है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-10.10.2025-शुक्रवार.
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