कोल्हापुर की अम्बाबाई और 'शक्तिवर्धन' मंत्र का महत्व-2-🚩🔱👑🪔💪

Started by Atul Kaviraje, October 12, 2025, 04:55:39 PM

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Atul Kaviraje

कोल्हापुर की अम्बाबाई और 'शक्तिवर्धन' मंत्र का महत्व-
कोल्हापुर की अंबाबाई और उनके 'सशक्तिकरण' मंत्रों का महत्व-
(Kolhapur's Ambabai and the Significance of Her 'Empowerment' Mantras)
Importance of Kolhapur Ambabai and her 'Shaktivardhan' mantra-

कोल्हापुर की अम्बाबाई और 'शक्तिवर्धन' मंत्र का महत्व-
(Kolhapur's Ambabai and the Significance of Her 'Empowerment' Mantras)

6. नारी सशक्तिकरण (Women Empowerment) का केंद्र
स्त्री शक्ति: अम्बाबाई का मंदिर भारत में नारी शक्ति और मातृसत्ता की पूजा का एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक केंद्र है।

उदाहरण: यह लाखों महिलाओं को शिक्षा, व्यवसाय और सामाजिक जीवन में नेतृत्व करने की प्रेरणा देता है।

7. राजसी वैभव और नेतृत्व क्षमता
राजसी शक्ति: माँ के राजसी स्वरूप से यह आशीर्वाद मिलता है कि उपासक में नेतृत्व क्षमता (Leadership Qualities) और शासक की बुद्धि का विकास हो।

सामाजिक प्रभाव: भक्त अपने कार्यक्षेत्र या समाज में मान-सम्मान, पद और अधिकार प्राप्त करने में सक्षम होता है।

8. ध्यान और एकाग्रता की साधना
मंत्र जप: नियमित रूप से अम्बाबाई के मंत्रों का जाप (उदा. अम्बाबाई गायत्री मंत्र) करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है।

ऊर्जा केंद्र: यह साधना शरीर के शक्ति चक्रों (Power Chakras) को जागृत करती है, विशेषकर मूलधार और मणिपुर चक्र को, जो आत्म-शक्ति का स्रोत हैं।

9. भय से मुक्ति और आत्म-रक्षा
अभय मुद्रा: माँ की मुद्रा और अस्त्र-शस्त्र यह दर्शाते हैं कि वे अपने भक्तों को सभी प्रकार के भय (उदा. मृत्यु, असफलता) से मुक्ति देती हैं।

सुरक्षा: यह पूजा बाहरी और आंतरिक खतरों के विरुद्ध एक आध्यात्मिक ढाल (Shield) प्रदान करती है।

10. भक्ति और समर्पण की चरम सीमा
भावपूर्ण भक्ति: कोल्हापुर में माँ की भक्ति अत्यंत भावपूर्ण और समर्पित होती है। भक्त अपनी सारी चिंताएँ माँ के चरणों में समर्पित कर देता है।

सार: यह साधना सिखाती है कि सच्ची शक्ति भौतिक नहीं, बल्कि दैवीय समर्पण से आती है, जो जीवन को आनंद और संतोष से भर देती है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-10.10.2025-शुक्रवार.
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