याद part - २ - हर्षद कुंभार

Started by हर्षद कुंभार, December 15, 2011, 12:16:12 AM

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हर्षद कुंभार


यादो का क्या है...
बिन बुलाये आ जाती है,
हस भी रहे हो तो रुला जाती है.
जैसे बेवक़्त बारीश की तऱ्ह....
छाता लेके जावो तो आतीही नाही
और ना जावो तो भीगा देती है.  - हर्षद कुंभार