'करुणा की धारा, प्रज्ञा की रोशनी'- नारी के प्रति बुद्ध के विचार-

Started by Atul Kaviraje, October 22, 2025, 11:08:07 AM

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Atul Kaviraje

🌸महिलाओं पर बुद्ध का दृष्टिकोण-

🎵 दीर्घ कविता (०७ चरण) - शीर्षक:'करुणा की धारा, प्रज्ञा की रोशनी'-

नारी के प्रति बुद्ध के विचार


क्रमांक    कविता (चरण)    अर्थ (Short Meaning)

१   बुद्ध के नयन में, नारी का मान,   
ज्ञान की अधिकारी, पाया स्थान।      
युग था कठिन, पर पथ दिखाया नया,      
मुक्ति का दीप नारी के लिए जलाया।   बुद्धाने नारीला सन्मान दिला, ज्ञानाचा अधिकार दिला. युग कठीण होता पण नवीन मार्ग दाखविला, नारीसाठी मुक्तीचा दीप पेटविला.   

२   गौतमी माता ने जब पुकारा,   
संघ का द्वार खोल, दिया सहारा।      
भिक्खुनी बन चलीं, शांति की खोज में,      
समाधि-ध्यान की, दिव्य रोशनी में।   गौतमीनं संघाचे दार उघडले, भिक्षुणी बनून शांततेच्या शोधात निघाल्या, समाधी-ध्यानाच्या दिव्य प्रकाशात गेल्या.   

३   मन की शक्ति, लिंग न पहचाने,   
प्रज्ञा से ही तो, जग ये जाने।      
थेरी गाथा ने गाया ये गीत,      
मिली है मुक्ति, हुई है जग जीत।   मनाची ताकद लिंग ओळखत नाही, प्रज्ञेमुळे जग जाणले. थेरी गाथा यांनी मुक्तीची गाथा गायली.   

४   माँ का प्रेम है करुणा का सार,   
मैत्री भावना का, यही आधार।      
गृहस्थ जीवन में, वह है शक्ति,      
जिससे चलती है, संसार की भक्ति।   आईचे प्रेम करुणेचे सार आहे, मैत्रीची भावना त्याचा आधार. गृहस्थ जीवनात ती शक्ती आहे जी जग चालवते.   

५   जन्म से कोई छोटा नहीं होता,   
गुण-कर्म से ही, जीवन संवरता।      
राजा को समझाया, पुत्री है श्रेष्ठ,      
यदि हो गुणी वह, तो न रहे क्लेश।   जन्माने कोणी लहान नाही, गुण-कर्माने जीवन सुधारते. राजा समजावला की मुलगी श्रेष्ठ असू शकते, जर ती गुणी असेल तर.   

६   विद्या-ज्ञान का हो पूर्ण अधिकार,   
धम्म के पथ पर, मिटा हर विकार।      
उत्पलवर्णा, खेमा सी विदुषी नारी,      
उपदेश दिया जो, बुद्ध को प्यारी।   विद्या-ज्ञानाचा पूर्ण अधिकार असावा, धर्माच्या मार्गावर सर्व दोष दूर होतात. उत्पलवर्णा, खेमा सारख्या विदुषी स्त्रियांनी बुद्धाला आवडणारा उपदेश दिला.   

७   आज भी उनका दर्शन महान,   
समानता का देता है पैगाम।      
महिला सशक्तिकरण का यही है मूल,      
करुणा की खुशबू, भिक्षुणी अनुकूल।   अजूनही त्यांचा विचार महान आहे, समानतेचा संदेश देतो. महिला सशक्तीकरणाचा मूळ आधार आहे, करुणा आणि भिक्षुणी परंपरेशी निगडित.   

--अतुल परब
--दिनांक-22.10.2025-बुधवार.
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