श्री सद्गुरु शंकर महाराज प्रकट दिन (पुणे)-2-🔱💫🏛️🌳💖🎁🕉️🙇🚩🗓️

Started by Atul Kaviraje, November 08, 2025, 06:50:31 PM

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Atul Kaviraje

श्री सद्गुरु शंकर महाराज प्रकट दिन (पुणे)-

६. प्रसिद्ध लीलाओं के उदाहरण (Examples of Famous Leelas) 📜
महाराज की लीलाएँ उनके योग सामर्थ्य और अलौकिक शक्तियों का प्रमाण हैं।

६.१. शरीर में वर्ण-पलट: कहा जाता है कि शिवरात्रि के उत्सव के दौरान, मेहेंदळे के वाडे (पुणे) में, उनका शरीर कई बार शिव-शंभु के समान प्रतीत होता था, जिससे लोग चकित रह जाते थे।

६.२. पत्रों का उत्तर: एक बार जब वे पुणे में थे, तब भी दूर-दूर से आए हजारों पत्रों का जवाब उन्होंने विभिन्न स्थानों पर उसी समय प्रकट होकर दिया, जो उनके योगिक संचार की शक्ति दर्शाता है।

७. सद्गुरु का महत्व और शिष्य धर्म (The Importance of Sadguru) 🙇
महाराज ने सद्गुरु के महत्व पर जोर दिया और स्वयं भी अपने गुरु के प्रति अनन्य भक्ति रखी।

७.१. गुरु की कृपा: उन्होंने अपने भक्तों को गुरु-शिष्य परंपरा के महत्व को समझाया, कि गुरु की कृपा के बिना आध्यात्मिक मार्ग पर चलना असंभव है। (उदाहरण: गुरु-शिष्य का संबंध 🔗)

७.२. बावन्नी स्तोत्र: श्री सद्गुरु शंकर महाराजांची 'बावन्नी' (बावन छंदों का स्तोत्र) एक अत्यंत प्रभावी और लोकप्रिय प्रार्थना है, जिसका नित्य पाठ करने से भक्तों को शुभ पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

८. प्रकट दिन पर पूजन और आराधना (Worship on Prakat Din) 🌼
३० अक्टूबर २०२५ (गुरुवार) को इस शुभ दिवस पर महाराज की विशेष आराधना की जाती है।

८.१. अभिषेक और अलंकार: महाराज की समाधि या पादुकाओं का पंचामृत अभिषेक किया जाता है। उन्हें नवीन वस्त्र और फूलों के हार अर्पित किए जाते हैं।

८.२. भजन-सत्संग: दिन भर उनके चरित्र, उपदेश और बावन्नी स्तोत्र का पाठ होता है। भक्तजन 'जय शिव शंकर शुभंकरा, श्री दत्ताच्या अवतारा' जैसे भजनों से वातावरण को भक्तिमय बनाते हैं।

९. शंकर महाराज का दर्शन-विविधता (Diverse Manifestations of Maharaj) 🎭
महाराज अलग-अलग भक्तों को भिन्न-भिन्न स्वरूपों में दर्शन देते थे।

९.१. अनेक रूपों में दर्शन: किसी को वे श्रीपाद वल्लभ, किसी को पंढरी का विठ्ठल, तो किसी को भवानी या कृष्ण के रूप में दिखाई देते थे। यह उनकी सर्व-देवता स्वरूपता को दर्शाता है।

९.२. अलिप्तता और अवधूती मौज: वे सदा अवधूती मौज में रहते थे। उनका व्यवहार बालसुलभ और विस्मयकारी था, पर उनका ज्ञान और तेज उनके चेहरे से झलकता था।

१०. प्रकट दिन का निष्कर्ष और संकल्प (Conclusion and Resolution) 💐
श्री सद्गुरु शंकर महाराज का प्रकट दिन हमें यह सिखाता है कि भक्ति और वैराग्य से भरा जीवन ही मोक्ष की ओर ले जाता है।

१०.१. संकल्प: हम सब महाराज के 'सब कुछ तेरा' के सिद्धांत को अपनाते हुए निस्वार्थ सेवा और भक्ति के मार्ग पर चलें।

१०.२. अंतिम संदेश: जय शिव शंकर शुभंकरा! 🚩🙏

✨ इमोजी सारांश (Emoji Summary) ✨
🚩🗓�30/10/2025 (गुरुवार) 🔱💫🏛�🌳💖🎁🕉�🙇

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-30.10.2025-गुरुवार.
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