संत सेना महाराज-'ऐसी चंद्रभागा ऐसा पुंडलिक-🌊 पंढरीचा गोडवा 🎶🌊🌙🙏📿🧑‍🤝‍🧑🎶

Started by Atul Kaviraje, November 18, 2025, 08:38:51 PM

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Atul Kaviraje

संत सेना महाराज-

     'ऐसी चंद्रभागा ऐसा पुंडलिक।

     ऐसा वेणूनादी काला दावा।'

🌊 पंढरीचा गोडवा 🎶

(संत सेना महाराज के अखंड चरणों पर आधारित एक लंबी मराठी कविता)

मूल अखंड चरण:
**'ऐसी चंद्रभागा

ऐसा पुंडलिक।
ऐसा वेणु नदी
काला दवा।'**

1. पंढरी का वर्णन

पंढरी के तट पर चंद्रभागा का प्रवाह,
ऐसी पावन भूमि को देखकर मन (संसार) की सारी पीड़ा (जलन/दुःख) शांत हो जाती है।

2. पुंडलिक की भावना

'ऐसा पुंडलिक' भक्त के चरित्र का आधार स्तंभ है,
अपनी भक्ति के कारण विट्ठल पंढरपुर आए।

अर्थ: पुंडलिक नामक ऐसे महान भक्त पंढरपुर के आधार स्तंभ हैं। अपनी आदर्श पितृभक्ति के कारण ही विट्ठल को इस पंढरपुर में आकर ईंटों पर खड़ा होना पड़ा।

3. तीर्थ का माहात्म्य

नदी और भक्त ने इस भूमि को पवित्र बना दिया है,
चंद्रभागा आपकी माता पापों का नाश करें।

अर्थ: चंद्रभागा नदी और भक्त पुंडलिक के कारण यह भूमि अत्यंत पवित्र हो गई है। 'मैं आपकी माता हूँ' कहने वाली यह चंद्रभागा भक्तों के सभी पापों का नाश करने वाली हैं।

4. श्याम विट्ठल की कामना

ईंटों पर खड़े होकर, आप मेरे पांडुरंग हैं,
किन्तु फर्श 'काला' दिखाई दे, वेणु नाड़ी डांग।

अर्थ: हे भगवान, मैं स्वीकार करता हूँ कि आप ईंटों पर खड़े होकर मेरे पांडुरंग हैं; किन्तु मुझे केवल उस श्याम 'कान्हा' (काले) के दर्शन होने चाहिए जो बांसुरी (वेणु नाड़ी) की ध्वनि में लीन हैं।

5. वेणु नाड़ी की ध्वनि का आकर्षण

'ऐसी वेणु नाड़ी' रागों को जीव को उन्मत्त कर देती है,
बांसुरी की ध्वनि से मन में मधुर रस उठता है।

अर्थ: बांसुरी की ऐसी मधुर ध्वनि (वेणुनाद) भक्त को उन्मत्त कर देती है। वह मधुर ध्वनि मन में गोकुल की लीलाओं और प्रेम का मधुर विचार (वास) उत्पन्न करती है।

6. दर्शन हेतु प्रार्थना

अब मुझे मत देखो, उस ईंट पर विराजमान भगवान,
कृपया मुझे वह कला प्रदान करो।

अर्थ: हे भगवान, अब केवल ईंट पर विराजमान (शांत) स्वरूप के दर्शन ही पर्याप्त नहीं हैं। कृपया मुझे उस मनोहर, बांसुरी बजाने वाले श्री कृष्ण (कला) के रूप में दर्शन प्रदान करो।

7. भक्ति का समापन

चंद्रभागा, पुंडलिक और वेणुनाददि कला के संगम पर सेना भक्ति में नहा उठी।

अर्थ: चंद्रभागा, पुंडलिक और बांसुरी बजाने वाले कृष्ण (कला) के सुंदर संगम पर संत सेना महाराज भक्ति के अमृत में पूरी तरह से नहा गए।

इमोजी सारांश:

🌊🌙🙏📿🧑�🤝�🧑🎶⚫🦚

--अतुल परब
--दिनांक-16.11.2025-रविवार.     
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