🙏🧠📜🐍💔 🎯 चाणक्य नीति-(श्लोक 5)-💖 'विषकुंभ मित्र'🙏🧠📜🐍🍯🎭⚠️🏺🗡️💔 🙏

Started by Atul Kaviraje, November 20, 2025, 10:03:54 PM

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Atul Kaviraje

चाणक्य नीति द्वितीय अध्याय -

परोक्षे कार्यहन्तारं प्रत्यक्षे प्रियवादिनम्।।
वर्जयेत्तादृशं मित्रं विषकुम्भम्पयोमुखम् ।।५।।

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🎯 चाणक्य नीति पर आधारित एक लंबी मराठी कविता (श्लोक 5)

(भक्ति से भरपूर, सुंदर, अर्थपूर्ण, सरल, सादा, सीधा, सहज, रसीला, तुकबंदी के साथ)

📜 मूल श्लोक
परोक्षे कार्याहनतारं प्रियवादिनम्हं विषकुभमप्योमुखमाहं मित्रं विषकुभमप्योमुखमुखम विषकुभमभमय मित्रं विषकुभमप्योमुखम विषकुभमाय मुख (दूसरा कड़वा) - मुंह में मिठास 🍯

💖 'विषकुंभ मित्र' - कविता

1. (पहला कड़वा) - पीठ में छुरा घोंपना 🗡�

जो आपकी पीठ पीछे काम बिगाड़ता है,
चुपके से आपको बर्बाद करता है।

(वह आपकी पीठ पीछे आपके काम में रुकावटें लाता है।)
वह प्लान बिगाड़ देता है, उसमें नमक मिला देता है, उस दोस्त को जानो, उसे अच्छे से रखो।

2. (दूसरा कड़वा) - मुंह में मिठास 🍯

लेकिन जब वह आता है, आपके सामने,
वह मीठा बोलता है, आप पर भरोसा करता है।

वह सामने बहुत मीठा बोलता है।)
वह मीठी बातें बोलता है, बहुत तारीफ करता है, मुखौटा लगाता है, उसकी पॉलिसी धोखा है।
3. (तीसरी कड़वी) - खतरे की चेतावनी ⚠️

ऐसा दोस्त सबसे खतरनाक होता है,
इससे बचना चाहिए, यही खतरनाक तत्व है।

(ऐसे दोस्त से तुरंत बचना चाहिए।)
उससे तुरंत सारे रिश्ते तोड़ दो, चाणक्य की नीति अपनानी चाहिए।

4. (चौथी कड़वी) - ज़हर का घड़ा 🏺

वह असली ज़हर के घड़े जैसा है,
ऊपर से दूध भरा हो, अच्छा लगता है।

(वह चेहरे पर दूध से भरे घड़े जैसा है लेकिन अंदर ज़हर।)
बाहर से ठंडा, अंदर ज़हरीली आग, यह दोस्त नहीं, यह अत्याचार और त्याग है।

5. (पांचवीं कड़वी) - झूठी तारीफ़ का स्वभाव 🎭

तारीफ़ सुनो, कभी घमंड मत करो,
मीठी बातें धोखे की उपलब्धि हैं।

(सिर्फ़ मीठी बातों पर भरोसा मत करो।)
ऐसे दोस्त की संगति से बचो मेरे बच्चे, जिसकी ज़बान मीठी हो लेकिन दिल काला हो।

6. (छठी कड़वी) - नैतिकता के नियम 🧭

खुली दुश्मनी को पहचानना चाहिए,
लेकिन इस छिपी हुई नफरत पर, ध्यान से नज़र रखनी चाहिए।

यह एक छिपा हुआ दुश्मन है।)
अपनी आँखें खुली रखकर, व्यापार करो, सच्चाई और वफ़ादारी की तलाश करो।

7. (सातवीं कड़वी) - भक्ति का निष्कर्ष 🙏

हे भगवान, मुझे शक्ति दो, हे महान,
इंसानों को पहचानो, मुझे ज्ञान दो।

मुझे अच्छे और बुरे लोगों में फर्क करने का ज्ञान दो।)
नैतिकता का यह सूत्र, दिल में रखना चाहिए, पवित्रता बनाए रखनी चाहिए, रिश्तों के रिश्ते में।

इमोजी समरी (इमोजी सारांश): 🙏🧠📜🐍🍯🎭⚠️🏺🗡�💔
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--अतुल परब
--दिनांक-20.11.2025-गुरुवार.   
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