🙏🕉️🐘📖🎯 श्री गजानन महाराज और संत का प्रवचन-🙏🐘🕉️📖💖🌿🧘💡👑🔄🕊️

Started by Atul Kaviraje, November 20, 2025, 10:11:55 PM

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Atul Kaviraje

श्री गजानन महाराज के उपदेश एवं संतवाणी-
(श्री गजानन महाराज द्वारा संत वचनों पर प्रवचन)
(The Discourses on Saintly Sayings by Shree Gajanan Maharaj)
Shri Gajanan Maharaj and SantvanI's sermon -

श्री गजानन महाराज के संत के वचनों पर आधारित प्रवचन का कंटेंट बताने वाली एक लंबी मराठी कविता

🙏🕉�🐘📖🎯 श्री गजानन महाराज और संत का प्रवचन-

 कविता
(भक्तिपूर्ण, सुंदर, अर्थपूर्ण, सरल, सादा, सीधा, रसीला, तुकबंदी के साथ)

💖 'प्रवचन का सार' – श्री गजानन महाराज का प्रवचन

श्लोक 1

गजानन का रूप, अच्छाई की जड़,
प्रवचन कहता है, जीवन की वंशावली।
कम बोलो और ज़्यादा सुनो,
भगवान तुम्हारे दिल में हैं, इसे जाने मत दो।

मतलब:
श्री गजानन महाराज का रूप भलाई और शुभता की जड़ है।
वह संत के वचनों के ज़रिए जीवन का सही मतलब बताते हैं।
उन्होंने उपदेश दिया कि कम बोलना चाहिए और ज़्यादा सुनना चाहिए।
भगवान हमारे मन में हैं, उन्हें कभी मत भूलना।

श्लोक 2

मराठी कविता:
दुनिया को जानो, माया झूठी है,
अपना काम करो, पर उसे खलिहान में मत रखो।
मन साफ ��हो, प्यार सबसे ऊपर हो,
दया और माफ़ी, इसे हमेशा ध्यान में रखो।

मतलब:
समझो कि यह दुनिया सिर्फ़ माया (भ्रम) है।
अपना काम करो, पर उससे आसक्त मत हो।
तुम्हारा मन साफ ��और पवित्र हो और उसमें प्यार हो।
दया और माफ़ी के गुण हमेशा मन में रखो।

श्लोक 3

मराठी कविता:
नाम का ध्यान, यही सच्ची साधना है,
दूसरों के दुख में, दर्द होना चाहिए।
अन्न ब्रह्म है, इसे कभी मत फेंको,
इसे संतुष्ट समझो, शांत मन रखो।

मतलब:
भगवान का नाम याद (जपना) ही सच्ची पूजा है।
दूसरों के दुख में, हमें भी दर्द (दया) महसूस होनी चाहिए।
खाना ब्रह्म (पवित्र) है, उसका अपमान मत करो।
हालात में खुश रहो और शांत मन रखो।

श्लोक 4

मराठी कविता:
इंसान बनकर यह ज़िंदगी जियो,
मुश्किल में भी भगवान का दिया हुआ धन लो।
शरीर का अहंकार छोड़ दो,
सद्गुरु की कृपा से तुम्हें रोशनी मिलेगी।

मतलब:
इंसान बनकर यह ज़िंदगी जीना ज़रूरी है।
मुश्किल हालात में भी भगवान का दिया हुआ यह जीवन लो।
शरीर का घमंड (अहंकार) छोड़ दो।
सद्गुरु के आशीर्वाद से तुम्हें ज्ञान (रोशनी) मिलेगी।

श्लोक 5

मराठी कविता:
भेदभाव छोड़ो, सब एक हो जाओ,
प्यार और बराबरी, हमेशा लो।
इंसानियत का धर्म, सबसे बड़ा,
कल्याण से, यह जगह खूबसूरत हो जाएगी।

मतलब:
जाति-पाति और भेदभाव का ख्याल छोड़ो, सब एक हो जाओ।
हमेशा प्यार और बराबरी की भावना मन में रखो।
मानवता का धर्म सभी धर्मों में सर्वश्रेष्ठ है।
इस कल्याण के विचार से, दुनिया सुंदर बन जाएगी।

श्लोक 6

मराठी कविता:
सारे कर्ज, अतीत की देन,
मत भूलो मेरे बच्चे, यही सच्चा बाण है।
आना-जाना, यही निश्चित खेल है,
गुरु के चरण, यही सच्चा स्तंभ है।

अर्थ:
जीवन में सभी रिश्ते पिछले जन्म के कर्मों की देन हैं।
मेरे बच्चे, इस सच्चे वादे को कभी मत भूलना।
जीवन में आना-जाना निश्चित है, यही भगवान की लीला है।
गुरु के चरण (आश्रय) ही सच्चा सहारा (स्तंभ) हैं।

श्लोक 7

मराठी कविता:
बाप्पा कहते हैं, ध्यान की शक्ति,
संतों की वाणी सुनो, यह यातना छोड़ दो।
भक्ति में लीन होकर, तुम्हें सुख मिलेगा,
जय गजानन, यही ब्रह्म का आनंद है।

अर्थ:
गजानन महाराज कहते हैं, ध्यान की शक्ति बढ़ाओ।
संतों की वाणी सुनो और दुखों को त्याग दो।
भक्ति में रमने से तुम्हें सच्चा सुख मिलेगा।
'जय गजानन' परम आनंद है।

इमोजी सारांश (इमोजी सारांश):

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--अतुल परब
--दिनांक-20.11.2025-गुरुवार.
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